New Bokaro news बोकारो में क्या नहीं है बोकारो में सेल की इकाई, बीएसएल समिति तरह-तरह के उद्योगों के कारण औद्योगिक नगरी भी कहा गया है। बोकारो जिला में ही सेल ,कोल इंडिया, डीवीसी, ओएनजीसी जैसे PSU की भरमार है।
झारखंड राज्य की स्थापना के बाद बोकारो में वेदांता इलेक्ट्रोस्टील प्लांट, ओएनजीसी बालीडीह में डालमिया सीमेंट फैक्ट्री ,बीपीएससीएल प्लांट बना है।
इतना ही नहीं बोकारो के विकास में यह कदम रुकने वाला नहीं है आने वाले समय में विकास का रोड मैप कई योजनाओं के साथ बोकारो का नाम जोड़ने वाला है। प्राथमिकता के तौर पर IT हब के साथ TECHANICAL HUB के रूप में बोकारो का विकास स्थापित किया जाएगा।
सिर्फ बोकारो को लेकर के कई तरह के योजना
केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार के पास बोकारो को लेकर कई सारी योजनाएं हैं। बेरमो अनुमंडल के जरिए प्रखंड में 200 करोड़ की लागत से टेक्नोलॉजी सेंटर के साथ टूल्स रूम बनाने का रास्ता साफ हो चुका है। झारखंड सरकार की इलेक्ट्रॉनिक वाहन पॉलिसी में बोकारो को ही तरह दिया गया है। डीवीसी की ओर से लोगों पहाड़ी पर पनबिजली परियोजना परियोजना बनाने का सर्वे का काम भी पूरा किया जा चुका है कहा जा सकता है कि आने वाले सालों में बोकारो के विकास में आधुनिक पंख लगने की पूरी उम्मीद है। जिला में लगभग 20 करोड़ की लागत से सॉफ्टवेयर पार्क की योजना को भी जमीन पर उतारना है। बोकारो जिला में 4 पावर प्लांट चंद्रपुर थर्मल पावर प्लांट, बोकारो थर्मल पावर प्लांट , तेनुघाट थर्मल पावर प्लांट, बोकारो पावर सप्लाई प्लांट भी है। जिसमें पावर ग्रिड बनाने की प्रक्रिया भी लगभग लगभग पूरी हो चुकी है। साल के अंत तक बिजली वितरण की शुरुआत होने की पूरी तरह से संभावना है। ग्रामीणों में बिजली की समस्या का निदान इन्हीं तो पावर ग्रिड से पूरी होनी है
भारत माला प्रोजेक्ट से बोकारो की तस्वीर बदलेगी
तेल घड़िया गाड़ी रेल खंड में स्टेशन का निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। राज्य निर्माण के बाद बोकारो में स्पष्ट तौर पर विकास सड़क के मामले में भी बहुत दिखता है। रामगढ़ बोकारो nh50 गोविंदपुर nh32 में फोरलेन बनने का विकास बहुत तेजी से हो रही है। इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बोकारो जिला को शामिल किया गया है जो निश्चित रूप से भारत की तस्वीर को बदल देगा।