हज़ारीबाग : एक विवाह ऐसा भी… साल भर पहले विधवा हुई भाभी की मांग में देवर ने भरा सिंदूर।धूमधाम से रस्मों-रिवाज के साथ परिणय सूत्र में बंधे संतोष व अर्चना, समर्थन में जुटे ग्रामीणों ने सराहना की । बात है टाटीझरिया इंसान की जिंदगी में शादी का अपना एक महत्व है। शादी को लेकर हर किसी के मन में एक अलग उत्साह होता है।
अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए कोई हेलीकॉप्टर से आता है तो कोई बैलगाड़ी से। लेकिन हम एक ऐसी शादी की बात कर रहे हैं जिसने लोगों के लिए एक मिसाल पेश की है। दरअसल, टाटीझरिया के झरपो में बड़े भाई की विधवा से देवर ने शादी रचाई, जिसकी चर्चा पूरे इलाके में हो रही है।
झरपो के महलोनिया टोला निवासी दशरथ प्रसाद के बडे पुत्र सरोज का विवाह बडकागांव की अर्चना के साथ 21 अप्रैल 2021 को हुआ था। सरोज की मृत्यु तबियत खराब होने के बाद ईलाज के दौरान 12 फरवरी 2022 को हो गई थी।
इसके बाद सरोज की पत्नी अर्चना और 10 माह की पुत्री सृष्टि व परिजनों पर दुःखों का पहाड़ खड़ा हो गया। यह देख मृतक के छोटे भाई संतोष कुमार (28 वर्ष) को परिजनों और रिश्तेदारों ने विधवा भाभी अर्चना (22 वर्ष) से शादी करने की बात कही और वह अपनी भाभी से शादी रचाने के लिए तैयार हो गया। वहीं, विधवा भाभी की ओर से भी सकारात्मक जवाब मिलने के बाद इस शादी की तैयारियां की गई।
फिर धूमधाम से शुक्रवार की रात महलोनिया शिव मंदिर प्रांगण में देवर और भाभी पति-पत्नी के रिश्ते में बंध गए। काफी संख्या में ग्रामीण इस आदर्श विवाह में शिरकत किए और संतोष कुमार द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना की।