mukhymantri srijan rojgar Yojana बेरोजगारों की स्थिति को देखते हुए सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन पूरे क्षेत्र पर कागजों पर किया जा रहा है। परंतु हकीकत में जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हो रहा है।
राज्य के वासियों को तो अधिकतम योजनाओं का पता नहीं चलता है लेकिन अगर वासियों को योजना का पता चल भी जाता है तो लाभ नहीं मिल पता है। अगर किसी तरह से किसी भी योजना पर आवेदन कर अप्लाई करते हैं तो सरकार कागजों पर ही कोशिश करती है पर जमीनी स्तर पर अभी तक नहीं हो पाया है।
इसी तरह का मामला कोडरमा जिले में विकास कुमार शर्मा नाम के युवक के साथ हुआ है। विकास कुमार ने मुख्यमंत्री सृजन योजना के तहत रोजगार हेतु आवेदन किया था परंतु कागजी कार्रवाई होने के बाद भी उसे लाभ नहीं मिल पा रहा है।
ऑफिस का चक्कर लगा लगा कर आवेदक परेशान हो गए हैं। आवेदक विकास कुमार ने कहा कि कागजी कार्रवाई पूरा हो जाने के बाद भी कल्याण विभाग द्वारा सही से जानकारी नहीं दिया जा रहा नहीं तो पिछले 4 महीनों से मुझे इसके बारे में लाभ मिल पाया है।
हकीकत में सरकार द्वारा चलाए गए योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाता है चाहे वह मुख्यमंत्री रोजगार योजना हो, सावित्री फुले बाई योजना हो ,मेडिकल सुविधा हो यह जो भी हो किसी भी राज्य वासियों को लाभ नहीं मिल पाता है। अगर किन्ही को लाभ मिलता है तो उसके लिए भी कुछ कमीशन देना पड़ता है बिना कमीशन का तो सरकारी कार्यालय में कुछ काम ही नहीं हो रहा ।