खतियान जोहार यात्रा के लिए हेमंत सोरेन कोडरमा में
कोडरमा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खतियान जोहार यात्रा के लिए कोडरमा के दौरा पर पहुंचे। मुख्यमंत्री जेजे कॉलेज झुमरी तलैया में हेलीकॉप्टर से उतरकर कार्यक्रम बागीटांड स्टेडियम पहुंचकर सभा को संबोधित किए।
अपने संबोधन में सरकार द्वारा कार्यों की उपलब्धि के के बारे में बताए । उन्होंने बताया कि जो हम कहते है उसे करते हैं और उसे निभाते हैं।
झारखंड में कोई ऐसा बुजुर्ग नहीं है जो पेंशन के बिना हो । या कोई भी विधवा नहीं है जो पेंशन से वंचित है, किसी भी उम्र की विधवा उन्हें अविलंब पेंशन मुहैया कराया जाता है ।
झारखंड के नागरिकों का मूल पहचान उन्हें 1932 का खतियान के आधार पर ही हो, उसे लागू किया है । चाहे बंगाल हो, गुजरात हो, महाराष्ट्र हो, या बिहार हो सभी राज्य अपने मूल वासियों के आधार पर ही जाने जाते है तो फिर झारखंड पीछे क्यों रहे, या भी मूल झारखंडी वासियों के नाम से विख्यात हो ।
उन्होंने बालिकाओं के लिए 18 वर्ष पूरा होने पर ₹40000 नगद और आगे की पढ़ाई के लिए सरकार पूरी तरह से उन्हें मदद करेगी, इसके लिए कानून बनाया है।
चाहे कोई भी बच्ची विदेश जाकर ही क्यों ना पढ़ाई करना चाहे, वह जो भी बनना चाहे, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, आईएएस ,आईपीएस, बीडीओ, सीओ, सरकार उन्हें पढ़ाकर काबिल बनाएगी ।
कोडरमा जिस नाम से जाना जाता है, अभ्रक नगरी, उसकी पहचान वह फिर से दिलाने के लिए कानून बनाने की बात कही। और कहा बहुत ही जल्दी झारखंड में माइका कानून लागू होगा, आए हुए सभी लोगों का उन्हें तहे दिल से स्वागत किया और सरकार के प्रति लोगों के प्यार के लिए आभारी माना ।