Ranchi झारखंड में बार-बार caste certificate बनाने का झंझट खत्म हो गया है। बार-बार जाति प्रमाण पत्र बनाने से स्कूल में पढ़ने अभ्यर्थियों को छात्रवृत्ति लेने के लिए प्रत्येक साल जाति प्रमाण पत्र बनाना होता था लेकिन झारखंड सरकार के नए निर्देश के बाद अब ऐसा करना जरूरी नहीं होगा।
बता दें कि निर्देश के मुताबिक झारखंड में पहली कक्षा से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं का जाति प्रमाण पत्र तैयार किया जाएगा । स्कूल स्तर पर जाति प्रमाण पत्र तैयार करने का निर्णय ले लिया गया है ताकि बार-बार छात्रों को परेशानी उठाना नहीं पड़े। मुख्यमंत्री 15 अगस्त तक इस कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया है।
पहली कक्षा से 12वीं कक्षा तक के सभी छात्र छात्राओं को 15 अगस्त तक हर हाल में जाति प्रमाण पत्र बना लेना होगा जिसे मुख्यमंत्री 15 अगस्त को छात्र-छात्राओं को वितरित करेंगे।
नए नामांकित बच्चों का भी बनेगा प्रमाण पत्र
विद्यालयों में नए नामांकित बच्चों का भी इसी साल जाति प्रमाण पत्र बनाने का निर्देश दिया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का साफ-साफ निर्देश है कि छात्रवृत्ति लेने में बार-बार बच्चों को परेशानी उठानी पड़ती है ।उसे खत्म किया जाए और इस बार नए बच्चों को जो नामांकित किए गए हैं उनका जाति प्रमाण पत्र बना लिया जाए जिसे 15 अगस्त को बच्चों को वितरित किया जाएगा।
Caste certificate के लिए आवेदन
पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के स्कूली छात्रों को तथा नौवीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को जाति प्रमाण पत्र के संबंध में कितने आवेदन प्राप्त किए गए हैं कितने निर्गत किए गए हैं कितने निर्गत होना बाकी है इन सभी रिपोर्ट के साथ मुख्यमंत्री ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है। जाति प्रमाण पत्र का झमेला बार-बार खत्म हो जाने से प्रदेश के छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति लेना आसान हो जाएगा।।