Jharkhand teacher recruitment 2023 झारखंड और राज्य के बाहर के बीएड डीएलएड करने वाले 200000 से अधिक छात्र-छात्रा सहायक आचार्य की नियुक्ति में शामिल होने से वंचित रह गए हैं। भी नहीं कर सकेंगे।
यह वैसे अभ्यर्थी है जिन्होंने 2016 के बाद बीएड व डीएलएड की डिग्री प्राप्त की है। अभ्यर्थियों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा ही आयोजित नहीं की गई तो यह अभ्यर्थी झारखंड टीचर रिक्रूटमेंट में कैसे शामिल हो सकेंगे। बीएड डिग्री भारत अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाना की तैयारी में है।
झारखंड में समय के साथ बेड कॉलेज खुले जिसकी कुल संख्या 135 है प्रत्येक साल 100 छात्राओं का नामांकन होता है ऐसे में इन कॉलेज से करीब 13000 से अधिक छात्र-छात्राएं पास होकर बाहर आते हैं। सिर्फ पिछले 6 साल की बात करें तो 75000 से ज्यादा छात्र-छात्राएं बीएड की डिग्री प्राप्त किया है इसके अलावा बड़ी संख्या में राज्य के बाहर से भी अभ्यर्थी भी बीएड डिग्री प्राप्त किया।
कितने छात्र योग्यता धारी
एक अनुमान के अनुसार ऐसे छात्र की संख्या 75000 से अधिक होगी इसके अलावा डीएलएड का कोर्स भी राज के संस्थानों में किया जाता है 2017 19 के बीच में कार्यरत सभी शिक्षकों के लिए डीएलएड से प्रशिक्षित किया जा चुके हैं। ऐसे में अभ्यर्थी जो वर्तमान में कार्यरत हैं वह भी झारखंड टीचर प्रतियोगिता परीक्षा 2023 में शामिल नहीं हो सकेंगे
CTET पास को भी मौका नहीं दिया गया है
आपको बता दें कि झारखंड में JTET की परीक्षा तो ली नहीं जाती है परंतु सीटेट परीक्षा प्रत्येक वर्ष दो बार लिए जाते हैं। सहायक आचार्य की नियुक्ति प्रक्रिया में सीटेट वालों को भी मौका नहीं दिया जा रहा है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि जब सरकार ने JTET का आयोजन किया ही नहीं तो हम लोग कैसे भाग ले सकेंगे। सीटेट के मान्यता जब पूरे देश में है। तो झारखंड नियुक्ति प्रक्रिया में CTET पास अभ्यार्थियों को वंचित क्यों रखा जा रहा है।
आपको बताते चलें कि झारखंड राज्य बनने के बात से अभी तक मात्र दो बार ही JTET परीक्षा आयोजित की गई है।