लातेहार । झारखंड प्रशासनिक सेवा के एक अधिकारी वित्तीय अनियमितता में फंस गए है।इनके ऊपर विभागीय कारवाई चलाने का फैसला लिया जा चुका है। मामला है लातेहार मंडल कारा के तत्कालीन काराधीक्षक शारदा नंद देव पर ये आरोप लगा है।
क्या लगा है आरोप
तत्कालीन मंडल कारा लातेहार काराधीक्षक के पद पर रहते हुए भारी वित्तीय अनियमितता बरतने, बिना आपूर्तिकर्ता से सामग्री प्राप्त किये ही अधीक्षक, सहायक कारापाल के द्वारा कुछ विपत्रों द्वार राशि की निकासी करने, आपूतिकर्ता से प्राप्त सामाग्रियों का दुरुपयोग करने, एक लाख रुपये की निकासी कोषागार में दिये गये गलत प्रमाण पत्र के आधार कार्य प्रारंभ किए गये बगैर करने एवं जांच से बचने के लिए उपस्थित नहीं होने जैसे गंभीर आरोप हैं।
पूरे मामले में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने 29 जनवरी 2019 को हो आरोप पत्र तैयार किया था जिसमें प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित पाये गये। शारदा नंद देव अभी सेवानिवृत हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने पेंशन नियमावली के तहत विभागीय कार्यवाही चलाने का निर्णय लिया है।
झारखंड प्रशासनिक सेवा से रिटायर अधिकारी शारदा नंद देव से 15 दिनों के अंदर लिखित बचाव बयान मांगा गया है। जांच संचालन पदाधिकारी रिटायर आइएएस विनोद कुमार को नियुक्त किया गया है. रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।