JPSC झारखंड पब्लिक सर्विस कमिशन की अग्रहवीं सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। परीक्षा एक बार फिर से नियमावली की विसंगतियां में अटक गई है। जेपीएससी ने राज्य सरकार से कहा कि वह पहले नियम अमली की विषमता को दुरुस्त कर ले। परीक्षा नियमावली को कम बार संशोधित करें ताकि कोर्ट कचहरी के चक्कर में मुक्ति मिले।
अब कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग ने नियमावली को संशोधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। संशोधित नियमावली पर कैबिनेट की मोहर लगने के बाद सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करने के लिए जेपीएससी को अधिनियम फिर से भेजी जाएगी। इसमें दो तीन माह का और समय लगेगा कि जेपीएससी ने इस वर्ष मार्च अप्रैल में ही परीक्षा का आयोजन को लेकर के शेड्यूल तैयार कर लिया था।
कहा गया था कि अगर हमें और 12वीं जेपीएससी की परीक्षा एक साथ आयोजित होंगे। अब नियमावली में देरी होने पर दोनों परीक्षाएं एक साथ आयोजित होने की संभावना और बढ़ गई है।
सूत्रों के अनुसार जेपीएससी की सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा की मुख्य नियामवली परीक्षा में कोई विशेष संशोधन नहीं किया जाएगा। परीक्षा के तीनों खंडों में संशोधित नियमावली को क्रम बार किया जाएगा। जैसे pt की परीक्षा कैसे आयोजित होगी। इसके लिए कट ऑफ मार्क्स और आरक्षण संबंधी प्रावधान क्या होंगे ।
मुख्यपरीक्षा से संबंधित नियमावली को दुरुस्त किया जाएगा। उसके बाद मौखिक परीक्षा और परीक्षा फल के अंतिम प्रकाशन संबंधी प्रधानों को दुरुस्त किया जाएगा ताकि भविष्य में मामला कोर्ट में जाकर लंबित न रहे।
352 पदों के लिए होगी परीक्षा
अग्रहरि जेपीएससी के लिए कार्मिक विभाग ने लगभग 352 पदों के व्यक्तियों का आकलन किया है। इन में 112 पद राज प्रशासनिक सेवक के लिए चिन्हित किए गए हैं इसके अलावा पुलिस सेवा वित्त सेवा सूचना सेवा व पद भी शामिल हैं।