कोडरमा उपायुक्त कार्यालय के अंतर्गत कल्याण विभाग में डेढ़ करोड़ रुपए का घोटाला हो चुका है। यह घोटाला छात्रवृत्ति के नाम पर किया गया है। जिला के 10 विद्यालयों में के छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति को दिखा करके वहां से लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का गबन किया जा चुका है।
कोडरमा उपायुक्त आदित्य रंजन हो रही अनियमितता को देखते हुए जांच करवा कर के कार्यालय के अधिकारी पूर्व अधिकारी के अलावा कंप्यूटर ऑपरेटर पर प्राथमिकी दर्ज करा दिया गया है।इस प्राथमिकी में 10 विभिन्न स्कूलों के प्रधानाध्यापक पर भी प्राथमिकी दर्ज किया गया है।
उपायुक्त ने कहा प्रिल्मिलरी investigation कराने पर पाया गया कि ज्यादातर विद्यालयों के बच्चों को लाभ नहीं मिला था, जो तत्कालीन कर्मी व स्कूल प्रबंधन के सभी लोगों ने प्राथमिकी दर्ज करवाए हैं।
माइनॉरिटी स्कूल में कल्याण विभाग ने 10 स्कूलों में से जिन स्कूलों पर शिकंजा कसा है उनमें से चाइल्ड प्रोग्रेसिव स्कूल भी है।
विद्यालय पर 144 फर्जी छात्रों के नाम पर ₹1500000 की निकासी की गई है। परंतु स्कूल संचालक ने घोटाले से साफ इनकार किया है और कहा शातिर घोटालेबाजों ने स्कूल का फर्जी कोड और स्टांप यूज़ करके फर्जी किया है स्कूल का कोई लेना देना नहीं है।
कल्याण विभाग के एक रिटायर्ड व दो कार्यरत कर्मचारी तथा कंप्यूटर ऑपरेटर जांच के घेरे में आ गए। आरोपी कर्मचारी ने कहा मैं निर्दोष हूं। जो कुछ हुआ है सब अधिकारी के निर्देश पर हुआ है मुझे इस से कुछ लेना देना नहीं है।