7th JPSC news झारखंड में परीक्षा हो और धांधली ना हो ऐसा लगता है संभव नहीं है। पहली जेपीएससी से लेकर दसवीं जेपीएससी तक परीक्षा फल घोषित कर दिया गया है। चयनित अभ्यर्थी पोस्टिंग भी कर दी गई है। फिर भी पहली जेपीएससी की जांच अभी भी जारी।
झारखंड सरकार ने तैश में आकर सातवीं से दसवीं जेपीएससी एक साथ लेकर जेपीएससी परीक्षाओं की संख्या बढ़ाने की कोशिश की। लेकिन धांधली के घेरे में पहुंच गया ।
सातवीं से 10 JPSC को लेकर तरह-तरह के धांधली देखने को मिला। पीटी परीक्षा परीक्षाफल को लेकर बहुत गड़बड़ी सामने देखने को मिली । आनन-फानन में सरकार ने जैसे तैसे करके परीक्षा फल जारी किया गया।
हाईकोर्ट के निर्देशानुसार कुछ लोगों का चयन हुआ लेकिन जल्दबाजी में मुख्यपरीक्षा आयोजित की गई। किस रूप से चयन किया गया अभी तक किसी को कुछ नहीं पता नही है। हाई कोर्ट के निर्देश के बाद जैसे-तैसे दादरी कार्रवाई पूरी करने की कोशिश की गई है।
जेपीएससी कामुक परीक्षा इंटरव्यू के बाद परिणाम घोषित करने के 1 साल के बाद भी गड़बड़ी देखने को मिला जिसे लेकर बहुत सारे प्रार्थी ओं ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
इसी तरह का मामला अभी एक प्रार्थी में झारखंड हाई कोर्ट में रिट पिटिशन दाखिल किया है प्रार्थी का कहना है कि सातवीं जेपीएससी में परीक्षा में कटऑफ से ज्यादा अंक होने के बावजूद उनका चयन नहीं किया गया।
प्रार्थी ने अपने रिट पिटिशन में कहा है कि सातवीं जेपीएससी की परीक्षा की मेरिट लिस्ट मई 2022 में जारी किया गया था। बाद में अभ्यर्थियों का मार्क्स स्टेटमेंट जारी किया गया ।
प्रार्थी ने ज्यादा इसलिए नहीं किया क्योंकि उनकी ओर से दिया गया जाति प्रमाण पत्र सरकार राज्य सरकार के द्वारा नहीं बल्कि केंद्र सरकार के द्वारा जारी किया गया था प्रार्थी है कि प्रमाण पत्र सत्यापन के दौरान के आयोग द्वारा कोई भी आपत्ति नहीं की गई थी प्रार्थी को साक्षात्कार में शामिल किया गया था परंतु चयन नहीं किया गया जो किसी भी हाल में न्याय संगत प्रतीत नहीं होता है।