Maharashtra crisis जहां एक और विपक्ष एकता का परिचय दे रहा है वहीं भाजपा ने फिर से एनसीपी के नेता शरद पवार के दाहिने हाथ व भतीजे अजीत पवार ने झटका दे दिया है। अजित पवार ने दोबारा से उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण कर लिया है। बीजेपी की यह कमर शरद शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के इस निर्णय के बाद विपक्षी एकता को बहुत ही गहरा झटका लगा है। 48 लोकसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में बीजेपी का लोकसभा चुनाव मुख्य चुनावी रणनीति है।
मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षा रखने वाले अजीत पवार बीजेपी सपोर्ट से चलने वाले एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री बनने के पीछे कारण बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा में बीजेपी को 48 सीटों में अधिक से अधिक सीट जीतने के बाद केंद्र में सत्ता की राह आसान हो जाएगी वही आगामी विधानसभा में मुख्यमंत्री पद के लिए अजित पवार होंगे।
कांग्रेस समर्थित उद्धव ठाकरे की सरकार में भी उपमुख्यमंत्री थे परंतु उप मुख्यमंत्री की इच्छा रखते हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार का विरासत पहले अजीत पवार संभालने को थे लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने जिस तरह से हालिया में उनका राजनीति इशारा है वह अपने अपनी बेटी को राजनीतिक विरासत की ओर इशारा कर रहे है। जिसे लेकर अजीत पवार काफी दुखी है इसके पहले भी बीजेपी के समर्थित देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री समय भी रातों-रात अजीत पवार उपमुख्यमंत्री का शपथ ले लिया था।
Ajit pawar
बाद में इस्तीफा देकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के बाद शरद पवार के द्वारा उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। आपको बताते चलें कि उद्धव ठाकरे के समय मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण लेने के साथ ही अजित पवार पांचवीं बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं मुख्यमंत्री बनते बनते हैं।
उप मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि मोदी देश का नेतृत्व कर सकते है।