DEEPAK SAHU शिक्षक का व्यक्तित्व प्रभावशाली होने के लिए उसका बाहरी स्वरूप अध्यापक के सम्मान ही होना आवश्यक है। इस कथन को सही साबित करते हैं दीपक साहू।
दीपक साहू पहले उदाहरण बने ताकि आज के प्रतियोगी दौर में बच्चों को बता सके यदि मैं कर सकता हूं तो आप क्यों नहीं। दीपक सर ने रेलवे एनटीपीसी, रेलवे दरोगा,झारखंड दरोगा, पंचायत सचिव, 7 वीं जेपीएससी पीटी परीक्षा के साथ-साथ अन्य कई परीक्षा में सफल होने के बाद मन में सुदृढ़ विचार रहा कि जो कठिनाई परेशानी मैंने झेली है प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे गरीब बच्चों को ऐसी कठिनाई और परेशानी नहीं होने दूंगा।
मन में सुदृढ़ के साथ नौजवान शिक्षक ने बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। दीपक साहू के मित्र बताते है कि दीपक का शुरू से ही बच्चों के पढ़ाने में रुचि रहा है। इसीलिए वे मास्टर्स इन ज्योग्राफी किए बाद में पीएचडी की पढ़ाई पूरी ली।
वर्तमान समय में डिजिटल माध्यम से यूट्यूब पर NEXT TARGET PSC संस्थान पर पढ़ाते हैं। वह 5 वर्षों से नागपुरी भाषा में संबंधित विषयों को बहुत सरल भाषा में पीसीएस जे एस एस सी की तैयारी कर रहे बच्चों को ज्ञान देते हैं।
पकड़ भारत की टीम के तरफ से शिक्षक दीपक साहू जो पहले उदाहरण बनकर अब बच्चों को पढ़ा रहे हैं शुभकामनाएं।