Jharkhand recruitment 2023 झारखंड के वर्तमान सरकार के मन में शुरू से झारखंड के युवाओं को रोजगार देने की मनसा नहीं थी। समय-समय पर सिर्फ जवानों को झुनझुना थमा कर ठगती रही।
बीच बीच में जॉब की वैकेंसी के नाम पर, नियोजन नीति के नाम पर ,फॉर्म भरवा कर लोगों को अभ्यर्थियों को सिर्फ आशा दिलाया।
कभी शिक्षा विभाग में कभी पुलिस विभाग में कभी सचिवालय में कभी लोगों सचिवालय में कभी मैट्रिक स्तर कभी विदाउट बिना ट्रेनिंग कभी ना मैट्रिक का डंडा अभ्यार्थियों के मन में डालकर सरकार जैसे तैसे खुद का समय बिता रही है।
अपनी नाकामी को छुपाते हुए वर्तमान सरकार सिर्फ विद्यार्थियों के मन में ख्याली पकवान पकाने का काम कर रही है।
शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो क्या बोलते हैं उनको खुद नहीं पता। समय समय पर एक शगुफा क्षेत्र के राज्य के अभ्यर्थियों को मन में डाल देते हैं अभ्यार्थी मन लगाकर पढ़ाई करते हैं फिर उनका कोई अता-पता नहीं। और कुछ नहीं बचता तो लास्ट लिख कर देते नियोजन नीति पर काम कर रहे हैं।
सूत्र के अनुसार झारखंड सरकार की मंशा है कि चुनाव के पहले सारे वैकेंसी को निकालकर वोट लेने का योजना है। जिसके तहत चुनावी प्रचार के लिए सरकार के कैंडिडेट आम जनता से अभ्यर्थियों से वाहवाही लूटने के लिए वैकेंसी पूरा करवाने के लिए वोट मांगने का काम करेंगे।
इसी को लेकर के सरकार 2023 के आसपास झारखंड में बहुत सारे तथाकथित नौकरी का फॉर्म भरवा कर एक योजना तहत तहत वोट मांगेंगे ।
यह यह रिपोर्ट सरकार के 3 साल के कार्यशैली के स्तर को देखकर लिखी गई है।