*सीजीएल परीक्षा रद्द व उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर बापू वाटिका से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह प्रारंभ*
*बापू के मार्ग में चलकर झारखंड के युवाओ को न्याय दिलाएंगे – इमाम*
2 अक्टुबर बापू वाटिका,मोराबादी से जेएसएससी सीजीएल परीक्षा रद्द व उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर छात्र नेता इमाम सफी के नेतृत्व में अनिश्चित कालीन सत्याग्रह प्रारंभ किया गया। सैकड़ों छात्र मौजूद रहे। सभी ने महात्मा गांधी,शहीद शेख भिखारी व लाल बहादूर शास्त्री को याद किया और उनके पद चिंह पर चलकर परीक्षा रद्द कराने की शपथ लिया। आन्दोलन में मुख्य रुप से राजेश कुमार रंगीला, कहकशां कमाल, रवि कुमार, योगेश चंद्र भारती, शेख मोहसीन, चंदन कुमार, परवेज आलम, उम्मे हबीबा व अन्य छात्र मौजूद रहे।
प्रेस को संबोधित करते हुए इमाम सफी ने कहा ” बापू के सत्य अहिंसा व सत्याग्रह के मार्ग में चलकर ही भ्रष्टाचार जैसी जटिल बीमारी को रोका जा सकता है। झारखंड में जेएसएससी व जेपीएससी भ्रष्टाचार की पर्याय बन गया है। सीजीएल परीक्षा में इंटरनेट बंद करके भ्रष्टाचार को छूपाने की कोशिश की गई है। छात्र हताश न हों,खूद पर भरोसा रखें गांधी के मार्ग में चलकर परीक्षा रद्द कराएंगे और छात्रों को न्याय दिलाएंगे। इस परीक्षा को बापू ने भगाया गोरो को हम भगाएंगे चोरों को। कहकशां कमाल ने झारखंड के छात्रों से अपील किया ज्यादा से ज्यादा छात्र बापू वाटिका पहुंचे और परीक्षा रद्द कराएं।
*JSSC CGL की इतिहास:*
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*(2015 से 2024 तक)*
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JSSC CGL पहली बार 1150 पदों पर नियुक्ति के लिए नवंबर 2015 में विज्ञापन ₹1000 परीक्षा शुल्क के साथ निकाला गया था जिसमें 02 लाख 36 हजार लोगों ने आवेदन किए थे। जिसकी प्रारंभिक परीक्षा (prelims exams) 21 अगस्त 2016 को ऑफलाइन मोड में exam हुई थी और 25 अक्टूबर 2016 को इसका रिजल्ट जारी किया गया था। बाद में मुख्य परीक्षा होने से 08 दिन पूर्व इस परीक्षा को स्थगित कर दिया गया था।
2017 में इस वेकैंसी की फिर से फॉर्म भरवाई गई और परीक्षा का आयोजन फरवरी-मार्च 2018 में संभाविक तिथि रखी गई। JSSC CGL का फॉर्म फिर से इस बार 17 अलग-अलग विभाग के लिए 1260 पदों के लिए फॉर्म भरने के लिए आमन्त्रित किए गए और exam की तिथि नवंबर दिसंबर 2019 में रखा गया उस समय आचार संहिता लगी हुई थी झारखंड विधानसभा चुनाव के कारण।
05 जनवरी 2020 को नए सरकार का गठन होती है और 2021 को नियुक्ति वर्ष का नाम दे के नई नियमावली बनाई जाती है और फिर से JSSC CGL 2017 पदों के लिए फॉर्म भरने के लिए आमंत्रित किए जाते है जो नई नियमावली के आधार 10+2 अर्थात् जो छात्र झारखंड से अपनी 10 और 12th की शिक्षा ली हो वही इस परीक्षा में बैठ सकते हैं जिसको कोर्ट के द्वारा 16 दिसंबर 2021 को खारिज कर दी जाती है! इसके दौरान 07 बार ये परीक्षा होने को टल चुकी होती है क्योंकि सिर्फ संभावित तिथि दे के परीक्षा नहीं होती है और बाद में अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया जाता है।
दिनांक 21 अगस्त 2022 को निर्धारित JSSC CGL- 2021 को एक बार फिर अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया जाता है।
जब बार-बार परीक्षा टलने के कारण छात्र सरकार और आयोग पर दबाव बनाते हैं तो JSSC CGL 2021 को दो तिथि 28 जनवरी और 04 फ़रवरी को 750 विभिन्न केंद्रों में लाभग 06 लाख 60 हजार छात्रों के लिए तीन पेपर के लिए तीन शिफ्ट में EXAM करवाने का निर्देश जारी किया गया था।
JSSC CGL – 2021 का परीक्षा 28 जनवरी को ऑफलाइन मोड में आयोजित हुई थी हम भी अपने पूरी तैयारी के साथ परीक्षा में बैठे मेरा बहुत अच्छा एग्जाम भी गई थी पर परीक्षा लिख कर अपने घर की और कुछ हीं दूरी पर पहुंचे हीं थे तो JSSC एक नोटिफिकेशन जारी करती है और इस नोटिफिकेशन में उस दिन के हुए exam me सिर्फ paper -3 को पेपर लीक के कारण रद्द कर देता और बाकी दो पेपर को रद्द नहीं करता है जिसका अंदेशा बहुत सारे छात्रों को पहले से हीं था कि JSSC CGL की दोनों दिन की इसकी सभी पेपर लीक हो चुकी है। फिर लाचार और हताश छात्र जब अपने-अपने घर निराश लौटे तो 29 जनवरी को कैंडल मार्च किए और JSSC ऑफिस का घेराव 31 जनवरी को छात्र विंग्स झारखंड युथ एसोशिएशन व झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियंस के द्वारा भी किए गए और बाकी बचे दो पेपर को रद्द करने और आगामी 04 फरवरी को होने वाला परीक्षा को स्थगित करने की मांग को रखी गई जिसके बाद शाम को JSSC ने एक नोटिफिकेशन जारी किया गया और छात्रों के मांगों को स्वीकार करते हुए बात मानी।
जब छात्र आंदोलन को समाप्त कर के घर लौटे तो JSSC और निकटम थाना के द्वारा 15 नामजद सहित 4000 अज्ञात लोगों पर 13 प्रकार के संगीन धारा लगा दिए गए जैसे IPC 307,353,147,148,149..।
लगभग आठ माह बाद 21 व 22 सितंबर 2024 को परीक्षा होता है जिसमें लगभग लाख अभ्यर्थी में तीन लाख छात्रों ने परीक्षा दिया जिसमें 72 सवाल पहले आयोजित एसएससी सीजीएल के सवाल हुबहू रिपीट कराकर भ्रष्टाचार किया गया है।
जिसका लगातार आन्दोलन हो रहा है। 26 सितंबर व 30 सितंबर को कार्यालय के बाहर एतिहासिक आंदोलन हुआ लेकिन कुछ युट्युबर व कोचिंग शिक्षक की लापरवाही व सरकार की हठधर्मिता के कारण आन्दोलन असफल रहा। बाद में 16 लोगो पर नामजद व अज्ञात 1000 छात्रों पर एफाआईआर कर दिया।
बाध्य होकर इमाम सफी,कहकशा कमाल, चंदन कुमार, योगेश चंद्र भारती व अन्य छात्रों के नेतृत्व में 02 अकटुबर से सत्याग्रह सह आमरण अनशन किया जा रहा है…
इस तरह 09 वर्ष के दौरान पांच राज्यपाल बदल गए, पांच मुख्यमंत्री बदल गए , JSSC के कई चेयरमैन बदल गए पर अबतक झारखंड के छात्रों के सपनों की नौकरी JSSC CGL नहीं हो पाया।
-् इमाम सफी