JSSC CGL प्रतियोगिता परीक्षा 2023 (जेएसएससी) के प्रश्न पत्र लीक मामले में एसआईटी को बड़ी कामयाबी हासिल की है। एसआईटी की टीम ने बिहार से दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले इस मामले में झारखंड विधानसभा के अवर सचिव और उनके दो बेटे सहित तीन को गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने बिहार के भागलपुर के रहने वाले राहुल पीयूष एवं नवादा के रहने अभिषेक राज को गिरफ्तार किया है। सूचना के मुताबिक दोनों की गिरफ्तारी रांची से की गई है। मिली जानकारी के मुताबिक पैसे देकर नौकरी पाने की कोशिश में लगे कैंडिडेट राहुल पीयूष के द्वारा खोले गए बैंक खाते में ही पैसे जमा कर रहे थे। पेपर लीक करवाने के लिए राहुल एवँ अभिषेक ने पटना के रहने वाले एक युवक राजीव के साथ मिलकर लगभग डेढ़ करोड़ रुपये का भी इन्वेस्ट भी किया था।
एसआईटी की पूछताछ में राहुल पीयूष एवं अभिषेक राज ने यह बताया है कि पटना के रहने वाले राजीव कुमार नाम के व्यक्ति के द्वारा ही पेपर लीक की पूरी साजिश रची गई थी। राजीव के द्वारा ही पैसे का इंतजाम किया गया था, जबकि खाता राहुल पीयूष के नाम पर खोला गया।
वहीं अभिषेक को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वह कैंडिडेट जुटाने का काम करे। लीक पेपर हो गया वायरल: जानकारी यह भी मिली है कि जेएसएससी का पेपर लीक हो गया ऐसा एक मेल भी भेजा गया था। मेल अभिषेक राज के द्वारा ही की गई थी।
दरअसल झारखंड के एक रसूखदार व्यक्ति के साथ मिलकर राजीव ने झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का पेपर लीक करवाया पर इससे पहले कि राजीव कैंडिडेट से पैसे की वसूली करता, झारखंड में लीक पेपर वायरल हो गया। पेपर वायरल होने की वजह से राजीव, राहुल और अभिषेक को कोई भी कैंडिडेट पैसे देने को तैयार नहीं था। जिसके बाद अभिषेक ने मेल कर पेपर लीक होने की जानकारी जेएसएससी को दे दी।
Sit की टीम राजीव की कर रही तलाश
हालांकि एसआईटी की टीम अभी राजीव तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो पाई है। राजीव ही पूरे पेपर लीक का मास्टरमाइंड है या इसके पीछे और कोई भी है, ये राजीव के गिरफ्त में आने के बाद ही पता चल पाएगा।