जननायक कॉमरेड महेंद्र सिंह के 19 वें शहादत दिवस मनाया गया
जयनगर भाकपा माले ने पिपचो में पूर्व विधायक जननायक शहीद कॉमरेड महेंद्र सिंह का शहादत दिवस प्रखंड सचिव अशोक यादव की अध्यक्षता में व संचालन आर वाई ए के कौलेशवर राणा ने किया ।
पूर्व विधायक के याद में 2 मिनट मौन रखकर उनके चित्र पर माला अर्पण कर बारी बारी से पुष्पांजलि अर्पित किया गया ।
कॉमरेड शहीद महेंद्र सिंह के रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। वक्ताओं ने कहा जननायक महेंद्र सिंह एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक क्रांतिकारी विचारधारा का नाम है।
वक्ताओं ने कहा महेंद्र सिंह के रास्ते पर चलकर ही राज के दबे कुचले शोषित पीड़ित मजदूरों व पिछड़े लोगों को न्याय दिलाया जा सकता है। एकीकृत बिहार विधानसभा से लेकर झारखंड के पहले विधानसभा तक महेंद्र सिंह की कड़कती आवाज को हर कोई पहचानता था।
वे दबे कुचलों शोषित पीड़ित , सामंती व पुलिस जुल्म के खिलाफ सदन से लेकर सड़क तक मजबूत आवाज उठाते थे । बिहार के साथ-साथ झारखंड के विधानसभा में उनकी कड़कती आवाज को सुनने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग सुनने का इंतजार होता था।
16 जनवरी 2005 को अचानक उनकी कड़कती आवाज सुन हो गई वे कहा करते थे । मैं मर सकता हूं मिट सकता हूं , गोली खा सकता हूं लेकिन मैं जनता के जन सवालों को जनता के हित के साथ कभी समझौता नहीं कर सकता हूं।
और उन्होंने सचमुच में साबित कर दिखाया मरना पसंद कर किया पर डरना नहीं 16 जनवरी 2005 को चुनावी सभा के समाप्ति के बाद भीड़ से घिरे हुए थे।
ऐसे में बाइक से आए हथियारों के साथ हथियारबंद अपराधी ने पूछा कि कौन है महेंद्र सिंह उन्होंने निर्भीक होकर कहा मैं हूं महेंद्र सिंह और हत्यारों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया।
महेंद्र सिंह के शहादत को भुलाया नहीं जा सकता है उनके रास्ते पर चलकर जन सवालों को जनता की आवाज को बुलंद करने का संकल्प लिया गया ।
कॉमरेड महेंद्र सिंह तुम जिंदा हो खेतों में खिलौनों में जनता के अरमानों में , जब तक सूरज चांद रहेगा कॉमरेड महेंद्र सिंह का नाम अमर रहेगा । इन्हें नारों के साथ शहादत दिवस मनाया गया।
मौके पर शारदा देवी, हकीम खान, इस्लाम अंसारी, श्रीकांत ठाकुर रामचंद्र राणा, अब्दुल अंसारी, पार्वती देवी, महावीर शर्मा, महेंद्र दास कई लोग उपस्थित थे।