Jpsc News झारखंड लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा संयुक्त परीक्षा प्रत्येक साल आयोजित की जाने की प्लान से लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होने का इंतजार कर खुशी मना रहे थे यहां तक कि मना रहे हैं।
पिछली सिविल सेवा परीक्षा झारखंड सरकार ने जोश में आकर सातवीं से दसवीं तक ले ली। भले ही सिविल सेवा परीक्षा अंकों में सातवीं से दसवीं तक ली गई हो लेकिन सीटों की संख्या उतना ही थी जितना एक सिविल सेवा परीक्षा में लगभग होती हैं।
बाद में सिविल सेवा परीक्षा में जो गड़बड़ी कोर्ट कचहरी का मामला हुआ वह अलग बात है। एक बार फिर से 11 वीं और 12वीं जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा लेने हेतु बहुत समय से चर्चा जोरों पर है।
लेकिन 11 महीना बीत जाने के बाद भी 11वीं जेपीएससी आयोजित करने के लिए सिर्फ अभी चर्चा ही है लिखित रूप से या सरकार के द्वारा इसके बारे में कुछ भी कहा नहीं गया है।
11 वीं जेपीएससी में सुधार के लिए एल ख्यागते की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक कमेटी नियुक्त की गई थी दरअसल कार्मिक विभाग ने जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा ने निमायवली में संशोधन के लिए खयागते की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी का बैठक आयोजित की गई । कमेटी ने अपने रिपोर्ट को भी विभाग को सुपुर्द कर दिया फिर भी असमंजस की स्थिति में रिपोर्ट देने के बाद भी को निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है।
अगर वर्तमान परिस्थिति के बाद करें तो सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 11वीं जेपीएससी पीटी परीक्षा को लेकर रिजर्वेशन से संबंधित उलझाने रह गई हैं।
सरकार इस बार कुछ गड़बड़ी व कोट कचहरी में मामला ना पड़े इसी को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है की किसी भी समय जेपीएससी को लेकर विभाग द्वारा विज्ञापन जारी किया जा सकता है। लेकिन सिर्फ सूत्रों से प्राप्त खबर है। अगर अधिकारी खुद को अभ्यार्थियों की जगह में रखकर सोचे तो अगर हमें जेपीएससी में देरी नहीं होती।
विभाग या अधिकारी जेपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को लेकर आश्वासन संबंधी जानकारी अगर दे देते तो अभ्यार्थी उस परिस्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेते या कुछ भी अल्टरनेटिव सोचते लेकिन सूत्रों से प्राप्त जानकारी को लेकर अभ्यर्थियों के मन में आग जलती है फिर निराशा हाथ लगती है जिससे बहुत सारे अभ्यर्थियों में अवसाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
11वीं जेपीएससी को लेकर बहुत सारे विद्यार्थी तनाव में रहते हैं समाचार में गाहे-बगाहे जेपीएससी को लेकर अभ्यार्थी सुनते रहते हैं। बहुत सारे अभ्यार्थी समय पर जेपीएसी की परीक्षा आयोजित नहीं किए जाने से अवसाद में भी जा रहे हैं तनाव भी बढ़ रहा है।