धनबाद – जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा केंद्र धनबाद में छात्र कल्याण संकयाध्यक्ष डॉ पुष्पा कुमारी ने दो पुस्तकों का विमोचन किया। पहली पुस्तक खोरठा गइध संग्रह सहरोइ, लेखक प्यारे हुसैन प्या रे एवं मेघदूत का हिंदी में काव्यानुवाद पुस्तक मेघदूत लेखक सुधाकर गोस्वामी।
डॉ. पुष्पा कुमारी ने कहा कि इतनी महत्वपूर्ण पुस्तकों के प्रकाशन से विधार्थियों को लाभ मिलेगा। डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह विभागाध्यक्ष ने कहा कि – जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं की रचनाओं से खोरठा साहित्य समृद्ध होगा। विनय तिवारी खोरठा के गीतकार, संगीतकार फिल्म निर्देशक ने कहा कि खोरठा भाषा को हमने लोगों का कण्ठाहार की भाषा बना दिया है।
डॉ. मुकुंद रविदास कोडिनेटर जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा केंद्र ने कहा कि बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में क्षेत्रीय भाषा को स्थापित करना मेरा मकसद है एवं स्नातकोत्तर स्तर पर यहां क्षेत्रीय भाषाओं की हो, इसके लिए मैं संघर्षरत हूं। आज जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा केंद्र में दो पुस्तकों का विमोचन किया जाना उसी का एक हिस्सा है। मुख्य अतिथि डॉ. पुष्पा कुमारी के द्वारा स्मृति चिन्ह विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह के द्वारा पौधा एवं डॉ मुकुन्द रविदास, विनय तिवारी के द्वारा दोनों लेखकों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में बिनोद बिहारी महतो के तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। अतिथियों के स्वागत गान हिन्दी विभाग की छात्रा प्रिया सिंह के द्वारा किया। दोनों कवियों के द्वारा पुस्तक के प्रसंग में बातों को रखते हुए खोरठा काव्य की प्रस्तुति की गई। त्रिवेणी कुमार महतो आर एस मोड़ के द्वारा भी खोरठा काव्य गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में डॉ रीता सिंह, महेंद्र प्रबुद्ध, नागेश्वर महतो ( सभी खोरठा कवि) पांडव महतो, किसन महली, कुंदन कुमार, सोनाली सहित सेकंडों छात्र छात्राएं उपस्थित थे।