JPSC results JPSC के द्वारा 18 साल पूर्व के जारी किए गए विज्ञापन में नियुक्ति के लिए रिजल्ट जारी कर दिया है। जिसमें 50 अभ्यर्थियों को सिलेक्शन हुआ है। मामला है जेपीएससी के द्वारा प्रथम उपसमाहर्ता (सीमित) प्रतियोगिता परीक्षा विज्ञापन संख्या 05 /2005 के परीक्षाफल के संबंध में है।
2005 की नियुक्ति विज्ञापन में हुए धांधली के कारण मामला कोर्ट तक पहुंच गया जिसके बाद आयोजित परीक्षा को रद्द कर दिया गया। बताया जा रहा है कि उक्त परीक्षा का परीक्षा फल पहले से ही नियोजित था। बाद में एग्जाम सेंटर से परीक्षा का पेपर लीक कर दिया गया।
जिसकी जांच सीबीआई के द्वारा की गई थी। कोर्ट के निर्देश के बाद 2005 की परीक्षा को पुनः 2020 में आयोजित की गई।
2005 के समय करीब 5000 अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था परंतु जब 2020 में इसी परीक्षा फॉर्म भरे अभ्यर्थियो को फिर से भरने की बारी आई तो भरे हुए विद्यार्थियों में से मात्र 2000 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
यह परीक्षा उन लोगों के लिए था जो झारखंड सरकार के किसी न किसी सरकारी विभाग में कार्यरत है।
जिन विद्यार्थियों का सिलेक्शन हुआ है उन्हें ना हंसते बन रहा है ना रोते। बस उन्हें सिर्फ खुशी है कि रिटायरमेंट के कुछ समय पहले उसे बीडीओ या सर्किल ऑफिसर का पदभार मिलेगा।
उन्हें दुख है कि अगर यह 2005 की परीक्षा 2005-07 तक आयोजित कर परीक्षा फल घोषित कर दिया गया होता तो आज की तिथि में रिटायरमेंट के समय में कम से कम एसडीएम पद तक पहुंच सकते थे।
कुछ ऐसे भी अभ्यर्थी हैं जिस समय वह परीक्षा का फॉर्म भरे हुए थे। उनकी उम्र 38 साल उम्र 40 साल की थी। 18 साल बाद परीक्षा फल आने के बाद उस अभ्यर्थी का उम्र करीब 56-58 साल की हो गई है ।
इस स्थिति में उनके पास बहुत कम समय बचा है। पास हुए अभ्यार्थी एसडीएम पद तक हासिल नहीं कर पाएंगे। परंतु खुशी के आंसू आ रहे हैं कि रिटायरमेंट से पहले परीक्षाफल आ गया और उन्हें अब बड़ा पद मिल सकेगा।