Koderma उपायुक्त मेघा भारद्वाज की अध्यक्षता में कोडरमा केसरिया कलाकंद जी आई टैगिंग की बैठक की गई। कोडरमा समाहरणालय सभाकक्ष में उपायुक्त मेघा भारद्वाज की अध्यक्षता में कोडरमा केसरिया कलाकंद जी आई टैगिंग की बैठक की गई।
जिसमें अभी तक के केसरिया कलाकंद जी आई टैगिंग की किए गए कार्यों की जानकारी उपायुक्त महोदया को इंटर्न आराधना और जीटी भारत से मोहम्मद हारुन के द्वारा पीपीटी के माध्यम से चेयर प्रोफेसर डा टी रामाकृष्णन (NLSIU) और सीनियर रिसर्च एसोसिएट सत्यदीप कुमार की उपस्थिति में इसका प्रस्तुतिकरण किया गया।
बैठक में शामिल सदस्यों के द्वारा बैठक के बाद केसरिया कलाकंद निर्माता मिठाई दुकानदारों के दुकानों पर भ्रमण किया गया तथा केसरिया कलाकंद बनाने के प्रक्रिया को समझ गया।
फूड सेफ्टी अधिकारी के द्वारा यहां की मिट्टी और जलवायु के बारे में विस्तृत विस्तार से चर्चा की गई जिसकी वजह से यहां का केसरिया कलाकंद सिर्फ कोडरमा में ही नहीं कोडरमा से बाहर भी प्रचलित हो रहा है। केसरिया कलाकंद 1960 के दशक से ही बहुत ही प्रचलित मिष्ठान है।
बैठक में उद्योग विभाग के राजीव कुमार जेएसएलपीएस से डीपीएम जेबियर इक्का डीएलएम प्रीति सिन्हा एचडीएफसी समर्थित जीटी भारत से मोहम्मद हारुन और कोडरमा केसरिया कलाकंद वेलफेयर सोसायटी के प्रतिनिधि शामिल हुए।