हेड मास्टर से सेटिंग बिना स्कूल देखें शिक्षिका लेती रही महीनों से सरकारी वेतन

0 minutes, 1 second Read

विद्यालय के हेड मास्टर से सेटिंग करके गुजरात में रहकर महिला शिक्षिका एक विद्यालय में हाजिरी बनाती रही और हर महीने शिक्षिका को उपस्थित दिखाकर सरकारी वेतन लेती रही।

मामला है बिहार के खगड़िया जिले का जहां DEO के निरक्षण के बाद प्रतिनियोजन करने के बाद सनसनीखेज मामला सामने आया। यह खेल सितंबर 2022 से लगातार चलते हुए आ रहा था। BEO राम उदय महतो द्वारा विद्यालय निरीक्षण के दौरान पूरा मामला सामने आया।

Whatsapp Group

विद्यालय आज तक नहीं आई शिक्षिका

सबसे अहम और जरूरी और गौर करने वाली बात है की प्रति नियोजन के बाद से शिक्षिका अपने विद्यालय का नाम ऊ देखा है ना स्कूल को अपना मुंह दिखाया है। और प्रधानाचार्य से हर महीने समय से एबसेंटी में सहायक शिक्षिका सीमा कुमारी को उपस्थित दिखाकर वेतन भुगतान करवाते रहें।

See also  बिहार मुख्यमंत्री नितीश कुमार जाएंगे जेल , लालू प्रसाद यादव की ही तरह ।

Beo ने बताया कि सितंबर महीने में मूल विद्यालय मध्य विद्यालय भदास में प्राथमिक विद्यालय विधान धार में प्रति नियोजन करवाने के बाद से ही शिक्षिका आज तक स्कूल का मुंह देखने भी नहीं आई है लेकिन हेड मास्टर विकास कुमार रुपए उसे उपस्थित दिखाकर हर महीने एबसेंट सेंटी भेजते रहें।

जांच के बाद कई शिक्षक रडार पर

पूरी जांच रिपोर्ट संबंधित उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट सहित कई सबूत रहने के बाद हेडमास्टर व सहायक शिक्षक का सष्टीकरण के अलावा अभी तक कोई करवाई शिक्षा विभाग के द्वारा नहीं किए जाने के बाद से पूरा शिक्षा विभाग के कार्यशली भी कटघरे में है बताया जाता है कि अकेले सदर प्रखंड में 49 शिक्षक शिक्षिकाएं प्रति नियोजन की मलाई खा रहे थे पूरे जिले में आंकड़ा की बात करें तो 400 से अधिक है।

See also  BPSC Tier 3.0 vacancy :online आवेदन शुरु, लाख से अधिक पदों पर निकली भर्ती

पूरा मामला तब सामने में आया जब दो ऑडियो क्लिप चर्चा मैं हुआ बताया जाता है कि वीवो के निरीक्षण के बाद हेडमास्टर व सहायक शिक्षिका सीमा के बीच मोबाइल पर बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग हुई। जिसमें सहायक शिक्षिका वह हेड मास्टर की मिलीभगत से बिना विद्यालय आए वेतन भुगतान का खेल सारे राज कैद है। कॉल रिकॉर्डिंग में हेड मास्टर से शिक्षिका कर रही है वह तो प्राथमिक विद्यालय विद्याधर का रास्ता तक नहीं जानती प्रति नियोजन के बाद अब तक विद्यालय का मुंह भी नहीं देख पाए हैं।

Share this…

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *