JPSC में 39 पदों की नियुक्ति रुका, सिलेबस बना आधार

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JPSC news झारखंड राज्य में शिक्षा व्यवस्था  पतन स्तर पर है। इसका अनुमान इससे ही लगाया जा सकता है कि सरकार द्वारा सिलेबस का जारी नहीं किया जाना है। वैसे तो शिक्षकों की कमी हर विद्यालय में है परंतु स्कूली व साक्षरता विभाग द्वारा पिछले 10 माह से सिलेबस नहीं भेजे जाने के कारण जेपीएससी में प्लस टू स्कूलों में 39 प्राचार्य की नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाना पड़ गया है।

जेपीएससी ने वर्ष 2023 के में माह में ही विज्ञापन जारी कर योग उम्मीदवारों से आवेदन करवाया था। परंतु राज्य के 59 प्लस टू विद्यालयों में 39 प्लस टू स्कूलों में सीधी नियुक्ति की जानी है।  जिसे नहीं कराया जा सका है।

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आपको यह भी बता दें कि स्कूली व साक्षरता विभाग को लगभग 10 महीने विषयों का सिलेबस उपलब्ध कराना है परंतु आयोग के द्वारा बार-बार विभाग को पत्राचार किया गया लेकिन सिलेबस के बारे में विभाग द्वारा कोई भी नोटिफिकेशन झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन को नहीं दिया गया। तो कुल मिलाकर कर सकते हैं कि सरकार ही शिक्षा के स्तर को डूबने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

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आयोग ने 4 मई 2023 को सूचना जारी कर अभ्यर्थियों से कहा कि विभाग से नियुक्ति के लिए 12 विषयों का सिलेबस उपलब्ध कराया जाना है सिलेबस उपलब्ध कराए जाने के बाद ही परीक्षा का आयोजन आयोग द्वारा किया जा सकता है।

4 मई 2023 के सूचना के बाद से विभाग से उन विषयों के भी सिलेबस उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। सिलेबस मिलने के बाद ही आगे की कारवाई किया जाएगा। आयोग ने आवेदन करने की तिथि जून 2023 तक बढ़ा दी । लेकिन सिलेबस आयोग के पास ही नहीं पहुंच सका ।

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किस प्रकार आयोजन होगा परीक्षा

नियुक्ति के लिए दो प्रश्न पत्र की प्रतियोगी परीक्षा होगी। 200 अंकों का प्रथम पत्र सामान अध्ययन स्नातक स्तरीय का होगा इसके लिए 3 घंटे का समय आयोग द्वारा विद्यार्थियों को दिया जाएगा। वही 300 अंकों के द्वितीय परीक्षा पत्र की परीक्षा होगी। इसमें अभ्यर्थियों को स्नातक कर प्रशिक्षित शिक्षक के रूप में चयनित विषय के प्रश्न होंगे। इसके लिए 3 घंटे का समय दिया जाएगा।

प्रथम व द्वितीय पत्र से प्राप्त अंकों के आधार पर मेधा सूची तैयार होगी। दोनों पत्र में योग के रूप में आरक्षित अनारक्षित पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 50% एससी एसटी अभ्यर्थियों के लिए 45% का अंक लाना अनिवार्य किया गया है।

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