केंद्रीय सेना भर्ती में धांधली CBI ने दर्ज किया F.I.R. बड़े बड़े अधिकारी हैं के नाम है शामिल

0 minutes, 17 seconds Read

CBI केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती में अधिक वजन वाले उम्मीदवारों के मेडिकल रिकॉर्ड में हेरफेर के आरोप में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) और छह अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर लिया है।

इसमें BSF अधिकारियों और उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। आरोप है भारतीय रिकॉर्ड में 10 किलो तक वजन कम कर दिया गया था।

Whatsapp Group

CBI: केंद्रीय बलों की भर्ती में धांधली, दो CMO BSF अफसर समेत छह पर केस दर्ज

CBI की FIR में BSF कोलकाता के CMO डॉ. एसके झा, जोधपुर BSF CMO डॉ. मृणाल हजारिका, BSF जालंधर में स्पेशलिस्ट डॉ. बानी साइकिया चेटला, विक्रम सिंह देवतिया, गगन शर्मा, गुरजीत सिंह जुनेजा, मुकुल व्यास और अज्ञात व्यक्तियों के नाम हैं।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) में चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती में अधिक वजन वाले उम्मीदवारों के मेडिकल रिकॉर्ड में हेराफेरी के आरोप में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) और छह अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। इसमें BSF अधिकारियों और उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। आरोप है कि रिकॉर्ड में 10 किलो तक वजन कम कर दिया गया था।

See also  2023 से railway की परीक्षा UPSC के द्वारा आयोजित की जाएगी, 2023 में रेलवे vacancy

CBI की FIR में बीएसएफ कोलकाता के CMO डॉ. एसके झा, जोधपुर BSF CMO डॉ. मृणाल हजारिका, बीएसएफ जालंधर में स्पेशलिस्ट डॉ. बानी साइकिया चेटला, विक्रम सिंह देवतिया, गगन शर्मा, गुरजीत सिंह जुनेजा, मुकुल व्यास और अज्ञात व्यक्तियों के नाम हैं।

CBI ने प्राथमिकी में बीएसएफ की एक जांच रिपोर्ट को आधार बनाया है। इसमें पाया गया कि चिकित्सा अधिकारी चयन बोर्ड (एमओएसबी-2021) के माध्यम से गृह मंत्रालय ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) को चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती के लिए नोडल बल के रूप में नामित किया था। सीएपीएफ के विभिन्न केंद्रों पर भर्ती परीक्षा हुई थी।

See also  SDM Jyoti Maurya ने मीडिया से बनायी दूरी, कहा आरोप बेबुनियाद

91 से 81 किलो हुआ वजन

BSF के अतिरिक्त DG पीवी राम शास्त्री ने 10 मार्च, 2022 को साक्षात्कार बोर्ड की अध्यक्षता की थी। उन्होंने ITBP को सूचित किया कि कुछ अधिक वजन वाले उम्मीदवार जिन्हें मेडिकल परीक्षा टेस्ट बोर्ड ने अयोग्य पाया था।

बाद में समीक्षा परीक्षा में फिट घोषित कर दिए गए। उन्होंने बताया कि एक मामले में 5 मार्च 2022 को उम्मीदवार का वजन 91.820 किलो पाया गया था और तीन दिन बाद 8 मार्च की रिपोर्ट में उसका वजन 81 किलो हो गया।

Share this…

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *