नकली शराब बेचने के आरोपी हजारीबाग उत्पाद विभाग के कमिश्नर अरविंद कुजूर को सस्पेंड कर दिया गया। कुजूर के निलंबन का आदेश उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने जारी की है।
क्या था मामला
कुजूर वर्तमान में हजारीबाग में पोस्टेड हैं । इन्हें नकली शऱाब की बिक्री नहीं रोक पाने और उचित स्पष्टीकरण नहीं देने के कारण सहायक उत्पाद के पद से निलंबित किया गया है। ज्ञात हो कि उनकी बोकारो पोस्टिंग के दौरान उन पर नकली शराब की बिक्री को प्रोत्साहित करने का आऱोप लगा था और बोकारो की कई दुकानों में नकली शराब की भी बिक्री हो रही थी। पर सहायक उत्पाद आयुक्त कुजूर इस पर लगाम लगाने में सफल नहीं रहे।
निलंबन आदेश में कहा गया है कि बोकारो में उनकी पोस्टिंग के दौरान इसी साल 27 जून को बोकारो में खुदरा शराब दुकानों का निरीक्षण की गई थी। निरीक्षण के दौरान टीम को तीन दुकानों में नकली शऱाब दुकान में बेचने के लिए रखा गया था।
स्पस्टीकरण में संतोषजनक नहीं मिला जवाब
दो बार स्पष्टीकरण मांगा गया पर सहायक आयुक्त अरविंद कुजूर ने दोनों ही बार संतोषजनक जवाब नहीं दी। इसके बाद विभाग ने कार्रवाई की और कुजूर को निलंबित कर दिया। हालांकि मिली सूचना के अनुसार कुजूर निलंबन की अवधि में प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय, दुमका में सेवाएं देंगे। बता दें कि अरविंद कुजूर पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं। मार्च 2024 में एसीबी की टीम ने दारोगा विश्वनाथ एवं पुलिसकर्मी रामलखन राय को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार की थी।
उस समय दोनों आरोपियों ने अपने बयान में कहा था कि उन्होंने सहायक उत्पाद आयुक्त कुजूर के कहने पर ही 40 हजार रुपये घूस ली है।
हजारीबाग में भी दुकान के कर्मियों ने लगाए थे कई आरोप
हजारीबाग क्षेत्र में लगातार नकली शराब बेचने और एमआरपी मूल्य से अधिक राशि वसूलने की खबर लगातार प्रकाश में आ रहा है। जिस पर शराब दुकान के कर्मियों ने मामले से पर्दा को उठा कर कई गम्भीर आरोप लगाए थे। अब उत्पाद विभाग के कमिश्नर अरबिंद कुजूर को निलंबित करने के बाद भी एमआरपी से अधिक मूल्य पर शराब की बिक्री रुकती है या नहीं ये आने वाला कल ही पता चलेगा।