रांची के पूर्व डीसी और समाज कल्याण विभाग के मौजूदा सचिव आइए छवि रंजन को ईडी ने 10 घंटे तक लंबी पूछताछ के बाद बीते रात करीब 9:00 बजे गिरफ्तार कर लिया है।
छवि रंजन 2015 में कोडरमा के भी उपायुक्त रहे है। छवि रंजन को सेना जमीन घोटाला केस में पुख्ता सबूत मिलने के बाद दूसरी बार ईडी कार्यालय पूछताछ के लिए पहुंचे जहां पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
फिलहाल जो गिरफ्तार किया गया है उसे ना जमीन मामले में घोटाले को लेकर किया गया है। उन पर सेना जमीन घोटाले के अलावा अन्य तरह के भी आरोप हैं। 24 अप्रैल को ईडी ने 7 आरोपियों को पूर्व उपायुक्त रांची को सामने में बैठाकर पूछताछ की। आरोपियों ने कहा कि मेरे द्वारा जो भी कार्य किया गया है साहब /छवि रंजन के कहने पर किया गया है।
जमीन घोटाले में छवि रंजन की सीधी संलिप्तता पाई गई पाई गई है। गौरतलब है कि ईडी ने पहले छवि रंजन को 1 मई को जमीन से जुड़ी जानकारी कई दस्तावेज उनके और उनके आश्रितों की संपत्ति का ब्यौरा बैंक खातों का विवरण के साथ बुलावा किया था। हालांकि बाद में ईडी ने दूसरा समन भेजकर 4 मई को हाजिर होने के लिए कहा था ।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक जांच में पाया कि रांची में जमीन के कागजात में है फिर इसकी बिक्री में तत्कालीन डीसी छवि रंजन की बहुत बड़ी भूमिका रही है। रांची के उपायुक्त रहते आईएस छवि रंजन सेना जमीन चेशायर होम रोड की जमीन का फर्जीवाड़ा हुआ है ।
उपायुक्त रहते सेना जमीन घोटाले के अलावा अन्य जमीन खरीद बिक्री में भी छवि रंजन की संलिप्तता का आरोप है पर प्रमुखता से उनकी गिरफ्तारी से ना जमीन घोटाले को लेकर ईडी ने किया है।
इस खबर के बारे में editor-in-chief पकड़ भारत के राजेश ओझा ने सबसे पहले गिरफ्तारी रिपोर्ट सभी मीडिया को व्हाट्सएप के माध्यम से बतााया।