जैसा कि हम सब जानते है किझारखंड राज्य में शराब की खरीद -बिक्री धड़ल्ले से जारी है।यह झारखंड सरकार के राजस्व का एक मुख्य जरिया है परंतु राज्य की युवा पीढ़ी पूरी तरह से शराब के नशे में बर्बाद हो रही है।
झारखंड राज्य एक आदिवासी बहुल राज्य है। यहाँ के बहुसंख्यक ग्रामीण गांवो में रहने वाले लोगों में साक्षरता दर कम है। राज्य के गांवों में रहने वाले लोगों में बेरोज़गारी एवं अशिक्षा अत्यधिक है जिसके फलस्वरूप बेरोजगार युवक शराब पीने के आदि हो जाते हैं।शराब आसानी से शराब के ठेकों पर शराबियों को मिल जाता है एवं शराब के नशे में शराबी युवक अपने पड़ोसियो के साथ गाली-गलौज, दुर्व्यवहार एवं अश्लील हरकतें करते हैं झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों में जहरीली शराब पीने से अनेक मौतें हो चुकी है।
अत: झारखंड सरकार को शराब पर अतिशीघ्र प्रतिबंध लगाना आवश्यक है।