JSSC ने परीक्षार्थियो के लिए महत्वपूर्ण सूचना जारी की है। जिसमें नियुक्ति की बात को लेकर सतर्क किया गया है। सूचना में कहा है कि इस संबंध में कोई शिकायत अथवा सूचना नहीं मिली है, परन्तु अफवाहें सुनने को मिली हैं कि धोखाधड़ी करने वाले कुछ तत्त्व नियुक्तियों हेतु प्रतियोगिता परीक्षाएँ आयोजित करने वाले विभिन्न आयोगों एवं संगठनों के परीक्षार्थियों को नियुक्ति का धोखा देकर उनके प्रवेश पत्र (Admit Card) सहित मूल शैक्षणिक अभिलेख एवं धोखाधड़ी से राशियाँ ठग लेते हैं, जिससे कि ठगे गए परीक्षार्थी की स्थिति बँधक जैसी हो जाती है।
परीक्षार्थियों एवं उनके अभिभावकों को किया सचेत
अतः झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग के परीक्षार्थियों एवं उनके अभिभावकों को सचेत एवं सावधान किया जाता है कि ऐसे धोखेबाजों के झांसे में किसी भी परिस्थिति में कदापि नहीं आएं, अन्यथा उन्हें अपने मूल शैक्षणिक अभिलेखों और धोखे की राशियों का नुकसान होगा।
विदित हो कि आयोग द्वारा प्रमाण पत्रों के सत्यापन के समय प्रवेश पत्र ( Admit Card) सहित अन्य संबंधित दस्तावेज यानी आवेदन पत्र में अंकित सभी प्रमाण पत्र मूल रूप में मिलान के लिए देखे जाते हैं, न कि छाया प्रति या अभिप्रमाणित प्रति मूल प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं रहने पर अभ्यर्थी की अभ्यर्थिता रद्द करने का प्रावधान है।
आउटसोर्सिंग के जिम्मे होता है परीक्षा की तैयारी,JSSC के कर्मी या पदधारी को भी नहीं होता पता
ज्ञातव्य है कि आयोग के तत्त्वावधान में आयोजित परीक्षाओं में ऑनलाइन आवेदन पत्र प्राप्त करने से लेकर परीक्षाफल तैयार करने तक की सारी प्रक्रियाएँ उक्त कार्यों में अनुभवी आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से संचालित करायी जाती हैं। किन विशयों की परीक्षाएँ किन केन्द्रों पर संचालित की जाएंगी, किन परीक्षार्थियों का परीक्षा-केन्द्र कौन-सा होगा, परीक्षा प्रश्नों का चयन कौन विशेशज्ञ करेंगे, प्रश्न कौन से होंगे. उनके उत्तर क्या होंगे, किस परीक्षार्थी को कौन-सा प्रश्न सेट उत्तरित करने हेतु दिया जाएगा. ऐसे किसी भी बिन्दु पर किसी भी प्रकार की कोई भी जानकारी संबंधित परीक्षा की समाप्ति तक आयोग के किसी भी स्तर के कर्मी या पदाधिकारी को नहीं होती है। आयोग के किसी भी स्तर का कोई भी कर्मी या पदधारी किसी परीक्षार्थी को किसी भी प्रकार की कोई मदद करने की स्थिति में ही नहीं रहता है ।
अतः परीक्षार्थी एवं उनके अभिभावक सावधान रहें कि यदि कोई भी व्यक्ति आयोग के किसी भी स्तर के कर्मी या पदाधिकारी से पहचान होने, अथवा आउटसोर्सिंग एजेंसी के किसी भी व्यक्ति से पहचान होने का दावा करते हुए कोई मदद पहुँचाने का धोखा देकर मूल शैक्षणिक अभिलेख या अवैध राशि मांगता है, तो अविलम्ब घटना के स्पेसिफिक विवरण, जैसे उदाहरण के तौर पर घटना की तिथि एवं समय, घटनास्थल, आरोपी का नाम एवं पता, घटना का विवरण, यदि कोई साक्ष्य हो तो उसका विवरण आदि के साथ उसकी शिकायत आयोग के ई-मेल आई०डी०: jharkhand_ssc@rediffmail.com पर भेजें, जिससे कि छल एवं धोखाधड़ी करने वाले ऐसे तत्त्वों के विरूद्ध साक्ष्यानुसार प्राथमिकी दर्ज कराकर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।