7th JPSC news झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा सातवीं से दसवीं में चयनित कोडरमा में पदस्थापित मिताली शर्मा गिरफ्तार हो गई। वर्तमान समय में कोडरमा में व्यापार समन्वयक पद पर स्थापित थी। उन्हें एंटी करप्शन ब्यूरो हजारी बाग के टीम ने रंगे हाथ ₹10000 नगद के साथ पकड़ लिया है।
कानूनी प्रक्रिया पूरा करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की दल ने हजारीबाग लेकर आगे की कार्रवाई हेतु मजिस्ट्रेट के सामने प्रस्तुत किया है।
7 वीं JPSC ka कनेक्शन
सातवीं जेपीएससी के द्वारा चयनित मिताली शर्मा की पहली पोस्टिंग कोडरमा में कुछ महीने पहले हुई थी। बताया जा रहा है कि मिताली शर्मा लगातार करप्शन में सम्मिलित थी। अजीज होकर व्यापार संगठन के सदस्य ने एंटी करप्शन ब्यूरो को संपर्क किया। आपको बता दें कि इससे पहले सातवीं से दसवीं jpsc विवादों के घेरे में रही है।
कैसे गिरफ्तार किया गया क्या है मामला
आपको बता दें कि हजारीबाग की रहने वाली मिताली शर्मा का यह पहली पोस्टिंग थी। मिताली शर्मा के दोस्त लोग के अनुसार मिताली शर्मा का सपना बहुत ऊंचा था। बहुत जल्द हो अमीर आदमी बन जाना चाहती थी। हालांकि पढ़ने में तेज तर्रार व मेहनती रही । आपको बता दें कि मिताली शर्मा का करप्शन से इतना लगाव था कि कोडरमा जिले में कुछ दिन पूर्व ही एक वन में पदस्थापित अधिकारी को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। इस बार एंटी करप्शन में कंप्लेंट था कि मिताली शर्मा जबरदस्ती 20000 रुपए के डिमांड कर रही है। हजारीबाग एंटी करप्शन दल ने मोर्चा संभाला और 10000 रुपया लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
मिताली शर्मा ने जिस तरह से रंगे हाथ पकड़ी गई है वह 7वीं जेपीएससी में चयनित सह अधिकारियों को भी शर्मसार किया है। सरकार के तरफ से उन्हें हर तरह का सुविधा मुहैया करवाया जा रहा था परंतु लालच ने उसे वहीं धकेल दिया जहां की वह काबिलियत रखती थी।