कोडरमा जिला मुख्यालय से सटे सदर अस्पताल जिले की धड़कन कही जाती है। यहां प्रतिदिन लगभग 500 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते जाते रहते हैं।
वहीं जिले के सड़क दुर्घटना भी आते रहते हैं। पर आपको बता दें कि सदर अस्पतालों में सर्जन नहीं रहने के कारण सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को प्रसाव में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी मिली है कि 1 सितंबर से 8 सितंबर तक मात्र आठ सिजेरियन हुआ है। औऱ सदर अस्पताल में एक सर्जन के भरोसे अस्पताल चल रहा था जो 7 तारीख से डर प्रीति रानी भी छुट्टी में चले गए हैं।
इस दौरान एक मरीजों से पूछे जाने पर उन्होंने बताया है कि ओटी में सिजेरियन नहीं होने के कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
मरीजों निजी अस्पताल जाने की मजबूरी है।वहीं कई निजी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड से ओपरेशन बंद है।
जिससे भी परेशानी हो रही है। सदर अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा कुछ दिनों से बहुत डगमगाने लगी है।
अस्पताल प्रबंधन गरीबों की इलाज के प्रति जागरूक नहीं है।