देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का अभियान चल रहा है। लेकिन आज भी बेटियों को बचाया नहीं जा रहा है। जन्म के साथ ही बेटी को अनाथ की तरह फेक कर आदमी चले जा रहे हैं।
इसी तरह का घटना आज कोडरमा सदर अस्पताल के पास देखने को मिला। ममता उस समय शर्मसार हो गई। कहा जाता है मां ममता से भरी होती है। इस समय नवजात बेटी को सदर अस्पताल के सामने फेंक दिया उस समय मां का ममता कहां मर गई पता नहीं।
सदर अस्पताल गेट के सामने सुबह सुबह बहुत संख्या में भीड़ थी। मिली जानकारी के अनुसार पीसीआर वैन कोडरमा थाना की ओर लौट रहे थे देखा कि अस्पताल गेट के समीप नवजात बच्चे को देखने के लिए भीड़ लगी हुई है।
इसकी सूचना थाना को दिया गया उसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और बरामद करके चाइल्डलाइन की मदद से नवजात को सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया।
जहां उसका इलाज चल रहा है। अभी तक यह संभावना जताई जा रही है कि शायद अविवाहित युवती बच्चे को जन्म दिया होगा और जिसको उसने सदर अस्पताल गेट के बाहर स्थित होटल के समीप फेक कर चली गई।
इस संबंध में सदर अस्पताल के चिकित्सक प्रभारी भारतीय सेना से पूछताछ किए जाने पर उन्होंने बताया कि बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है। स्वस्थ रहने के कारण बच्चे को दूध पिला कर ऐसे एसएनयूआईसी वार्ड में भर्ती किया गया है। बच्ची 12 से 14 घंटे की बताई जा रही है पुलिस चौकी पुलिस बच्चे की मां या परिजन को खोजने में लगी है।
गनीमत रही की बच्ची को ऐसे स्थान पर रख के उसकी ममता मर गई जहां पर लोग आसानी से बच्चे को देख सकते थे। कुछ लोगों का कहना है कि अविवाहित महिला का बच्चा ना हो करके किसी विवाहित महिला का बच्चा हो सकता है क्योंकि अगर अविवाहित महिला ने बच्चे को जन्म दिया होता तो बच्चे को सदर अस्पताल गेट के पास ना फेक, दूर किनारे फेक चली गई होती। मां की ममता मरी नहीं उन्होंने मजबूरी में ऐसा काम किया होगा।