क्या जेल जाएंगे हेमंत के विधायक, जैन मुनियों के अभद्र टिप्पणी पर

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JMM MLA कॉन्टेवर्सी  झारखंड के बोरियों विधानसभा के झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम के खिलाफ दिल्ली में जैन समाज के संजय जैन ने धार्मिक भावना आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराया है।

हेमंत के विधायक के द्वारा 10 जनवरी को जैन मुनियों पर टिप्पणी की गई थी। आपको बता दें कि पिछले 1 वर्ष से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक अपने ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर सुर्खियों में रहते हैं। धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में जेल जाने की नौबत हो सकती है।

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मामला है जैन समुदाय पर अभद्र टिप्पणी से। प्राप्त जानकारी के अनुसार बोरिओ विधान सभा में झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम के खिलाफ धार्मिक भावना का आरोप लगाकर जैन धर्म के कुछ लोगों ने पहले भी केस किया हुआ है ।

दिल्ली से पहले गोंडा मुसाफिरखाना और लट मटिया में भी हेमंत के विधायक के खिलाफ केस दर्ज कराया जा चुका है। विधायक के खिलाफ वीडियो भी उपलब्ध है।

बता दें कि झारखंड के गिरिडीह जिला में पारसनाथ स्थित समवेत शिखर को लेकर जैन समाज और आदिवासी समाज आमने सामने आ गए हैं। एक और जन आंदोलन के बाद राज्य सरकार की ह अनुशंसा पर केंद्र ने पारसनाथ में पर्यटन संबंधी गतिविधियों पर रोक लगा दी थी।

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वही आदिवासी समुदाय पारसनाथ को जैन समाज को सौंप देने का आरोप लगाते हुए उसे मालूम बरु घोषित करने का मांग कर रहे हैं। एक प्रेस वार्ता में लोबिन हेंब्रम ने जैन मुनियों की वेशभूषा को लेकर घोर जनक अपनी जनक टिप्पणी की थी।

इस विवाद पर जैन समाज का कहना है कि हमें आदिवासी समाज की मांग पर कोई आपत्ति नहीं है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सबको अपनी अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन जैन मुनियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना कहां तक सही है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार की अनुशंसा पर पारसनाथ को इको सेंसेटिव जोन घोषित किया गया था। फरवरी 2022 में झारखंड सरकार ने इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने संबंधित अधिसूचना जारी की थी। हाल ही में करीब 1 महीने तक इसके खिलाफ जैन समाज के लोग ने देशभर में आंदोलन किया। अंत में सरकार ने यहां पर्यटन संबंधी गतिविधियों पर रोक लगा दी हालांकि रोक लगाने के फैसले को आदिवासी समाज ने पसंद नहीं किया।

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सम्मेद शिखर जी को लेकर क्या विवाद है

समवेत शिखर का मुख्य विवाद है आस्था एक और जहां जैन मुनि का कहना है कि समवेत शिखर के 50 किलोमीटर के दायरे में किसी भी तरह का मांस मदिरा का सेवन या बिक्री पर रोक लगाया जाए वही आदिवासियों का तर्क है कि पारसनाथ पहाड़ की तलहटी पर उनका जाहिर खान और मांझी थान है। जहां सोहराय और वंदना पर से पहले पशु की बलि दी जाती है।

आदिवासियों का यह भी आरोप है कि उनकी हितों की अनदेखी सरकार द्वारा की जा रही है पुलिस इसी के मद्देनजर रखते हुए समय-समय पर मार्ग बरु बचाओ भारत यात्रा निकाल रहे हैं। ऐसे कार्यक्रम के दौरान लोबिन हेंब्रम पर मुनियों पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगा हुआ है।

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