लंबाई आपकी जीवन स्टाइल को चेंज कर देती है , लंबाई होने से पर्सनैलिटी भी बढ़ती है। क्या आपको पता है पर्सनैलिटी निखारने के लिए हाइट का होना कितना जरूरी है? आइए हम आज बात करते हैं।
लंबाई आपकी पर्सनैलिटी को निखारने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लंबी हाइट आपको एक अच्छी पर्सनालिटी के साथ-साथ आत्मविश्वास भी देती है।
अच्छी लंबाई होने के बाद लड़कियां सुंदर भी दिखती हैं और अट्रैक्टिव भी। क्या आपको पता है लड़कों की तुलना में लड़कियों का हाइट ग्रोथ जल्दी रुक जाता है इसके पीछे क्या कारण है जानते हैं।
लड़कियों का ग्रुप किन कारणों से रुक जाती है
लड़कियों में शरीर के हारमोंस में बदलाव के कारण उसकी हाइट 14 से 15 साल के बाद कम हो जाती है यूं कहें 3rd स्टार्ट होने के बाद लड़कियों के ग्रुप विकास रुक जाती है चाय के मामले में।
लड़कियों का ग्रोथ कब रुक जाती है?
लड़कियां बचपन में हाय का विकास काफी तेजी से होती है। और जैसे ही वह बड़ी होती है उनका क्रोध फिर से काफी ज्यादा होती है। 14 से 15 साल की उम्र में या यूं कहें मेंसुरेशन की शुरुआत होने से पहले लड़कियों की हाइट तेजी से बढ़ना रुक जाती है।
क्या करना चाहिए जब हाइट में वृद्धि कम होती है?
जब आपको पता चले कि अपनी बच्ची का हाइट का विकास बहुत कम हो रहा है। इस स्थिति में पेरेंट्स को चाहिए की अच्छे पैट्रिक या बाल रोग विशेषज्ञ से मिलकर बेटी के हाइट को लेकर चर्चा करें।
प्यूबर्टी (किशोरावस्था) हाइट को कैसे प्रभावित करती है?
मासिक शुरू होने से एक या दो साल पहले लड़कियों की ग्रोथ में काफी तेजी देखने को मिलता है। अधिकांश लड़कियों में , 8 से 13 वर्ष की उम्र में प्यूबर्टी की शुरुआत होती है। किशोरावस्था को अंग्रेजी में प्यूबर्टी कहते हैं।
मासिक या पीरियड्स स्टार्ट होने के बाद लड़कियों में हाइट में वृद्धि
जब लड़कियों की क्रिया या मासिक स्टार्ट होती है, 1 या 2 साल के बाद वे केवल 1 से 2 इंच की हाइट में वृद्धि होती है। इस दौरान वह अपनी एडल्ट हद तक पहुंच जाती है। बहुत सारी लड़कियों में 13 से 15 वर्ष की उम्र में अपनी एडल्ट हद तक पहुंच जाती है। कुछ लड़कियां कम उम्र में भी एडल्ट या किशोरावस्था तक पहुंच जाए, तो इसमें कोई घबराने की बात नहीं होती है। यह निर्भर करता है कि आपकी बेटी या किसी भी लड़की का पीरियड का शुरुआत कब होता है कुछ परिस्थिति में यह अनुवांशिक पर भी निर्णय होता है।
ध्यान रखने की बात ध्यान रखने की बात
यह बहुत जरूरी हो जाता है कि मां को अपने बेटी से हमेशा उसके शारीरिक विकास को लेकर के बात करना चाहिए। अगर किसी भी लड़की की 15 साल की उम्र तक पीरियड शुरू नहीं होता है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लें।
ब्रेस्ट साइज बढ़ने और प्यूबर्टी (किशोरावस्था) के बीच क्या संबंध है
ब्रेस्ट साइज बढ़ाना अक्सर लड़कियों में किशोरावस्था का एक संकेत होता है। किसी भी लड़की के मासिक शुरू होने से 2 साल पहले से ही ब्रेस्ट का साइज बढ़ने लगता है। कुछ लड़कियों में मासिक शुरू होने के 1 साल बाद भी ब्रेस्ट बर्ड्स नजर आने लगते हैं। वही कुछ लड़कियों में मेंस्ट्रुएशन के 3 से 4 साल बाद तक भी ड्रेस साइज का विकास शुरू नहीं होता। किसी भी परिस्थिति में घबराने की कोई बात नहीं होती अब ज्यादा से ज्यादा डॉक्टर का सलाह ले सकते हैं।
क्या लड़कियां लड़कों की तुलना में अलग गति से बढ़ती है? Is girls growth rate is more as compared to boy?
लड़कों में 20 या किशोरावस्था लड़कियों की तुलना में देर से शुरू होता है। आमतौर पर लड़कों में 10 से 13 साल की उम्र में शुरू होती है और लड़कों में 12 से 15 साल की उम्र में उसकी ग्रोथ होती है। इसका मतलब है कि लड़कियों में ग्रोथ 2 साल के बाद लड़कों में ग्रोथ होनी शुरू होती है।
एक रिसर्च के अनुसार लड़कों की 16 साल की उम्र तक हाइट बढ़ती है उसके बाद बंद हो जाती हैं लेकिन उसके मांस पेशियों का विकास जारी रहता है।
Kya hight badhane mein genetic kab bhumika hota hai. क्या हाइट बढ़ने में अनुवांशिकी का भूमिका होता है?
बच्चे की हाइट आमतौर पर माता पिता पर निर्भर करती है। अक्सर देखा जाता है कि माता-पिता की हाइट लंबी होने से बच्चों की हाइट भी लंबी होती है कुछ अपवाद को छोड़ दें तो। जब बच्चे की हाइट कम होती हो तो डॉक्टर के पास जाते समय सबसे पहले पेरेंट्स के हाइट के बारे में पूछते हैं या पूछते हैं। इससे यह दर्शाता है कि जेनेटिक्स या अनुवांशिकी ऊंचाई बढ़ने में बहुत अहम भूमिका निभाता है।
किन किन कारणों के चलते हाइट बढ़ने में देरी होती है? What are the reason to delay growing height?
बच्चों मैं कुपोषण से लेकर दवाइयां चलती हैं या चलाना पड़ता है। ऐसे कई कारण है जो आप की ग्रोथ को प्रभावित करते हैं। कुछ लड़कियों में कई तरह की बीमारियां जैसे हार्मोन ग्रोथ में दिक्कत ,गठिया, एक कैंसर के कारण ग्रोथ में देरी हो सकती है। ग्रोथ लेट होने में जींस की भी महत्वपूर्ण भूमिका हैं।