वाहन चेकिंग हमेशा थाना पर ही क्यों, वाहन चेकिंग की मंशा क्या होती

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जयनगर थाना के सामने यातायात इंस्पेक्टर सावन खड़िया के नेतृत्व में वाहन जांच चलाया गया। इस वाहन जांच के दौरान बिना हेलमेट 3 लोड ड्राइविंग लाइसेंस प्रदूषण इंसुरेंस सहित यातायात के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं इसकी जांच की गई।

इस दौरान नियम की अनदेखी कर वाहनों चलाने वाले दर्जनों मोटरसाइकिल का चालान काटा गया। अभियान में यातायात इंस्पेक्टर सावन खड़िया जिला परिवहन कार्यालय से अभिषेक मरांडी सहित कई पुलिस जवान मौजूद थे।

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क्यों होती है वाहन चेकिंग 

वाहन चेकिंग जरूरी है समय-समय पर। वाहन चेकिंग के दौरान, यात्रियों की सुरक्षा हेतु हेलमेट गाड़ी चोरी या  अन्य कागजात के जांच-पड़ताल करने को लेकर किया जाता है।

आजकल जो कोई वाहन चेकिंग हो रही है। उसमें राजस्व की वसूली के रूप में किया जाता है । पुलिस हेलमेट चेकिंग सुरक्षा कारणों से किया जाता है यात्रियों के लिए।

राजस्व वसूली सरकार के लिए करना जरूरी है पर साथ ही साथ पुलिस आजकल अपना भी राजस्व बढ़ाने में ध्यान नहीं देते। ऐसा भी नहीं कहा जा सकता।

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वाहन चेकिंग से यात्रियों के लिए कैसे सुरक्षा प्रदान किया जा सकता है

देश के अन्य क्षेत्रों में या यूं कहें कुछ क्षेत्रों में बड़े बड़े पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर  और यातायात इंस्पेक्टर मिसाल देते हुए , यात्रियों की सुविधा के लिए हेलमेट का फाइन न करके, यात्री को हेलमेट खरीदने पर जोर देते हैं। फाइन के पैसे से ही हेलमेट  वाहन चालक को खरीद कर दे देते हैं।

ऐसी व्यवस्था से यात्री भी खुश होते हैं और यात्री का सुरक्षा भी बढ़ जाता है।

थाने के सामने ही चेकिंग क्यों होती है 

यातायात निरीक्षक वाहन तो किसी भी जगह चेक कर सकते हैं। लेकिन आजकल पुलिस थाने या पुलिस थाना के आसपास ही करते हैं। ऐसा करने से यातायात इंस्पेक्टर को पुलिस बल आसानी से मिल जाता है।

क्यों जरूरी नहीं है ट्रिपल लोडिंग पर फाइंड करना दो पहिया वाहन पर 

वैसे तो एक्स एक्स लोडिंग पर सवार करना अच्छी बात नहीं है। ऐसा करने से दो पहिया वाहन में चालक या पीछे बैठने वाले को भी बहुत परेशानी होती है।

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शहरी क्षेत्रों में यातायात की सुविधा हो जाने के कारण अधिकांश लोगों में समझदारी आ गई है की ट्रिपल लोडिंग दो पहिया वाहन में नहीं करना चाहिए। यातायात की सुविधा हो जाने के कारण वहां पर लोग दूसरे या तीसरे सवारी गाड़ी या भाड़ा  गाड़ी से सफर कर लेते हैं। जिससे कोई परेशानी नहीं होती है।

देश के अधिकांश क्षेत्रों में ग्रामीण इलाका है। ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात का बेहतर सुविधा नहीं होने के कारण लोगों के पास दूसरा विकल्प नहीं होता कि दुपहिया वाहन पर ट्रिपल लोडिंग ना करें।

अगर सरकार यात्री का इतना सुरक्षा का ध्यान रखती हैं तो या तो यातायात की सुविधा बढ़ा देना चाहिए । साथ ही साथ जर्जर सड़क का मरम्मत करवा देना चाहिए।

 

 

 

 

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