Jharkhand News पुलिस का काम होता है राज्य की जनता को सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखना। परंतु झारखंड के पुलिस सिर्फ अपने मनमानी और अपना काम न कर कर और जनता पर क्रूरता पूर्वक काम कर रही हैं।
पुलिस अधीक्षक अपने पुलिसकर्मी को बचाने का काम कर रहे हैं। झारखंड के प्रत्येक जिलों में पुलिस अधीक्षक व पुलिस के बड़े अफसर पुलिस अधिकारियों को बचाने के लिए लगे रहते हैं। जनता पर हो रहे जुल्म को दरकिनार किए जा रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने पुलिस अधिकारियों पर बहुत बड़ा एक्शन लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मामला है धनबाद के SSP संजीव कुमार और रामगढ़ के SP पियूष पांडे कारण SHOW CAUSE नोटिस जारी किया है।
उन लोगों पर आरोप है कि दोनों IPS अधिकारी पुलिस मुख्यालय के निर्देश को दरकिनार कर गंभीर अपराधिक मामलों के बारे में न तो डीजी कंट्रोल को सूचना दी और ना ही पुलिस मुख्यालय के सीनियर अधिकारों को अवगत कराया ।
इससे पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने गंभीरता पूर्वक लिया है। सूत्र के अनुसार पुलिस अधिकारियों ने पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को 26 अक्टूबर 2022 को सोशल मीडिया से जानकारी मिली थी कि धनबाद के सुदामडीह थाना क्षेत्र के ईदगाह मोहल्ला में काली पूजा विसर्जन के दौरान धार्मिक नारेबाजी को लेकर दोनों पक्षों में बहुत बड़ी हिंसक झड़प हुई थी।
इस झड़प में कई लोग घायल हुए थे। परंतु घटना की सूचना न हीं डीजी कंट्रोल रूम को दी गई और नए पुलिस मुख्यालय के सीनियर अधिकारियों को दी गई।
इसी मामले में धनबाद के SSP संजीव कुमार कारण बताओ भेजा गया है।
वही बात करें दूसरी घटना की 2 नवंबर 2022 को सुबह 9:00 बजे पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि रामगढ़ के अपराधियों के केके कंस्ट्रक्शन कंपनी की साइट पर फायरिंग की थी ।
इसमें कंपनी के मैनेजर विजय धवन के पैर में गोली लगी परंतु 2 घंटे बाद भी घटना की सूचना कंट्रोल रूम को नहीं दी गई और ना ही पुलिस मुख्यालय के सीनियर अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया गया।
इसी मामले में रामगढ़ SP को SHOW CAUSE जारी कर कारण बताने को कहा गया है।