हेमंत सोरेन के झांसे के कारण बेरोजगार हुं और मेरे जैसे लाखों युवा बेरोजगार –इमाम सफी

0 minutes, 2 seconds Read

झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्थापना दिवस पर गिरिडीह के झंडा मैदान से कल्पना मुर्मू सोरेन जी ने इमोशनल भाषण दिया उन्होंने कहा मेरे पति निर्दोष हैं और उनको षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है।

मैं इमाम सफी हेमंत सोरेन के झांसे के कारण बेरोजगार हुं और मेरे जैसे लाखों युवा बेरोजगार हैं। मुझे व्यक्तिगत रूप से कल्पना सोरेन से सहानुभूति है लेकिन हम बेरोजगार को कोई सहानुभूति नहीं मिल रही है। न ही रोजगार मिल रही है न ही बेरोजगारी भत्ता। मुख्यमंत्री साहब ने कहा था सरकार बनने के दो साल के अंदर पांच लाख नौकरी देंगे, जबतक नौकरी नहीं मिल जाता तब तक बेरोजगारी भत्ता देंगे। इंतजार करते चार साल बीत गए कोई वादा पूरा नहीं हुआ है।

Whatsapp Group

 

दुसरी तरफ अल्पसंख्यक समुदाय विशेष कर मुस्लिम समाज जो युवाओं के बाद सबसे ज्यादा वोट किया था उसके साथ तरह-तरह के अत्याचार हो रहा है,मोबलिंचिग हो रहा है उसके साथ सरकार द्वारा कोई सहानुभूति नहीं किया जाता है न ही मुआवजा दिया जाता है।

See also  डोभा के लिए 4000 घूस लेते मुखिया को ACB ने रंगे हाथ पकड़ा

हेमंत सोरेन जी तो अभी जिंदा है सिर्फ जेल में है इस तरह तो न जाने कितने बेगुनाह अल्पसंख्यक दलित और पिछड़े समाज के लोग जेल में सड़ रहे हैं।

*लेकिन हम बात कर रहे हैं उन लोगों की जो अब जिंदा भी नहीं हैं, क्या उनके परिवार वालों की आंसुओं की कोई कीमत नहीं है ?*

रांची के साहिल के मां के आंसू मुदस्सिर के मां के आंसू, सरायकेला खरसावां के तबरेज अंसारी की बीवी और मां-बाप के आंसू ,जामताड़ा के मिनहाज अंसारी के बीवी, बच्चे और बूढ़े मां-बाप के आंसू ,रामगढ़ के अलीमुद्दीन अंसारी के बीवी और बच्चे की आंसू, शमसाद अंसारी के बीबी, बच्चों की आंसू, बोकारो के अनिशा प्रवीण के बच्चे और परिवार की आंसू

और इस तरह से कितने मां बहनों की आंसू बिलखते यतीम बच्चों के आंसू जिन्हें मॉब लिंचिंग में मार दिया गया या पुलिस के गोली से मार दिया गया अब तक किसी को इंसाफ नहीं मिला है।

See also  झारखंड सरकार का साल का प्रथम कैबिनेट बैठक, JPSC नियोजन नीति और पारा शिक्षकों का भविष्य का होगा फैसला

आज तक इन अनगिनत अल्पसंख्यकों के आँसु कोई पोंछने वाला नहीं है। मुआवजा और इंसाफ के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है।

आज सरकार के चार साल में कोई भी चुनावी वादा पूरा नहीं हुआ जिससे, किसान, मजदूर, महिला,बच्चे सब परेशान हैं। हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। जल,जंगल,जमीन की रक्षा की बात करके सत्ता प्राप्त किये लेकिन जल,जंगल, जमीन के अलावे बालू, पहाड़ भी बेंचा जाने लगा है। न ही कोई नीति बना न नियुक्ति हो सकी‌ , इस समाज के हर वर्ग परेशान हैं। इमाम सफी।

Share this…

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *