पायलट की समझदारी ने बचाई हजारों की जान, नेपाल में फिर से एरोप्लेन क्रैश

0 minutes, 16 seconds Read

काठमांडू नेपाल के पोखरा एयरपोर्ट (pokhra ) के नजदीक येती एयरलाइंस (Yeti Airlines) का गंतव्य एयरपोर्ट के पहले क्रैश हो गया। इस एरोप्लेन को टोटल 68 पैसेंजर 4 क्रू मेंबर और 3बच्चे लेकर अपने गंतव्य तक पहुंचना था। Yeti Airlines का ATR-72  काठमांडू एयरपोर्ट से उड़ने के कुछ देर बाद ही या क्रैश हुआ lइस एरोप्लेन के पायलट कैप्टन कमल केसी थे ।

कंपनी के स्पोकपर्सन सुदर्शन भादुरिया ने कहा कि अभी फायर रेस्क्यूद्वारा हम लोग क्रैश प्वाइंट पर पहुंचकर कैजुअल्टी को बचाने की कोशिश कर रहे है।

Whatsapp Group

खबर लिखे जाने तक 50 शव बरामद किए जा चुके हैं। लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार इस प्लेन क्रैश में और लोगों की शव बरामद किए जाने की आशंका है।

चश्मदीदों के अनुसार प्लेन क्रैश करने से पहले दुर्घटनाग्रस्त स्थल पर धोने का गुब्बारा उठता हुआ दिखा। बचाव दल से दुर्घटना स्थल पर हेलीकाप्टर का सहारा लिया जा रहा है।

See also  अतीक अहमद मर्डर पुलिस साजिश के तहत किया गया ?

Nepal PM के द्वारा इमरजेंसी बैठक Yeti Airlines

Yeti Airlines के क्रैश होने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल के द्वारा इमरजेंसी बैठक बुलाई गई है। नेपाल के प्रधानमंत्री ने हादसे पर दुख जताते हुए गृह मंत्रालय एवं सुरक्षाकर्मियों को तत्काल प्रभाव से इमरजेंसी को ध्यान में रखते हुए बचाव दल को तैनात कर दिया है। विशेष जानकारी के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री त्रिभुवन एयरपोर्ट पहुंच गए हैं।

किन-किन देशों के यात्री थे Yeti Airlines में

येति एयरलाइंस के रिकॉर्ड के मुताबिक 68 यात्रियों में से 53 नेपाल के 5 भारतीय 4 रूस 1आयरलैंड 3 कोरिया 1आफगानिस्तान 1 ऑस्ट्रेलिया 1 फ्रांस के सवार  थे।

See also  SDM Jyoti Maurya ने मीडिया से बनायी दूरी, कहा आरोप बेबुनियाद

Yeti ATR -27Airlines crass reasons

पोखरा एयरपोर्ट के चश्मदीदों के अनुसार बताया जा रहा है कि yeti airline ATR-27 एरोप्लेन पुराने एयरपोर्ट के पास पहुंचने के बाद उसमें आग देखने को मिली।

एक अनुमान से बताया जा रहा है कि पायलट ने बड़ी समझदारी से YETI AIRLINE को नदी की तरफ मोड़ दिया। जिसके बाद एयरलाइन 8827 नदी में ही क्रैश कर गई।

अगर दुर्घटना एयरपोर्ट के पास ही  मार्केट में ही एरोप्लेन (CRASH) गिर जाता तो हजारों का जान माल का नुकसान हो सकता था। पायलट के द्वारा बड़ी समझदारी से अपना जान जोखिम में होने के बावजूद हजारों लोगों को बचा लिया।

Share this…

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *