शिक्षक की भूमिका शिक्षार्थियों को प्रेरित करने, प्रेरित करने के साथ-साथ प्रोत्साहित और शिक्षित करने के लिए होता है। शिक्षक की भूमिका हमेशा एक सूत्रधार की होती है तानाशाह की नहीं ।
सूत्रधार शिक्षक की भूमिका होने के नाते अपने छात्र को ज्ञान प्राप्त करने और फिर संगठित करने में सहायता करना होता है। यह पंक्ति jharkhand warrior के रोशन सिंह पर पूरा पूरी फिट बैठता है।
रोशन सिंह ने मन में ठान लिया की झारखंड के छात्रों को सरकारी नौकरी में सिलेक्शन करवाना है। मास्टर डिग्री प्राप्त करने के बाद से ही रोशन सिंह ने यूट्यूब चैनल झारखंड वरियर व application पर छात्रों को फ्री में प्रोत्साहित संगठित व शिक्षित कर रहे हैं। झारखंड वरीयर से पढ़े अभ्यर्थियों ने सातवीं से दसवीं जेपीएससी में लगभग डेढ़ सौ बच्चों ने JPSC पीटी की परीक्षा पास किए।
जहां शिक्षा इतनी महंगी हो गई है एप्लीकेशन पर पढ़ाने पर बच्चों से पैसे लिए जाते हैं वहीं झारखंड वरीयर के शिक्षक रोशन सिंह बच्चों को फ्री में उच्च स्तरीय शिक्षा दे रहे हैं। और जागरूक बच्चों को सरकारी नौकरी पाने में मदद कर रहे हैं।
रोशन सिंह अपना प्रचार नहीं करते लेकिन पकड़ भारत की मजबूरी हो गई एक शिक्षक जो बच्चों को फ्री में शिक्षा दे रहे हैं। निस्वार्थ भाव से तो पकड़ भारत अगर ऐसे शिक्षकों की बात आम जनों तक पहुंचाएगा ही। अगर ऐसे शिक्षक की बात लोगो को नहीं बताएगा तो किन मुद्दों की बात करेगा।
झारखंड वारियर प्लेटफार्म के बारे में बात करके वैसे लोगो को जानकारी दिया जा रहा है जो शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं पर सही प्लेटफार्म नहीं मिल पा रहा तो अभ्यर्थी jharkhand warrior से फ्री से मुफ्त में पढ़कर अपना सपना पूरा कर सकते है।