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विश्व ब्रह्मांड के मालिक !!

महा आकाश के ग्रह नक्षत्रों की खोज लेने के लिए ज्योतिर विद हमेशा से आग्रह ही रहते हैं। पठानी सामंतों की तरह बांस की लकड़ी हो या फिर दूरबीन यंत्र के जरिए वह नए नए ग्रह नक्षत्रों के आविष्कार के लिए लगे रहते हैं। 21वीं सदी में रूस और अमेरिका की सरकारें इसके लिए अर्थ […]

सर्व समस्या का समाधान !!

सर्व समस्या का समाधान तुम जानो इष्ट प्रतिष्ठान !! मनुस्य जीवन बहुत टेढ़ा मेढ़ा है 1 प्रत्येक मनुस्य अपने कर्मों का फल एहकाल – परकाल भोगता ही है । कर्मों के चक्र से तो तपस्वी पांडव , एवं कुरु वंश के वीर योद्धा न बच सके ,  हम तो अज्ञानी हैं , तपस्वी भी नहीं […]

गरीबी अथवा दरिद्रता का कारण !!

गरीबी अथवा दरिद्रता का कारण !! मनुष्य बुद्धि समझ के परे , एक “spiritual realm” आध्यात्मिक जगत का स्वरूप है जो उसके प्रत्येक कर्म को नियंत्रित करती है । यही आध्यात्मिक स्वरूप की समझ से मनुष्य अपने existence को समझ सकता है । कोई भोगी है तो क्यूँ है ?? कोई त्यागी है to क्यूँ […]

अनुलोम एवं प्रतिलोम विवाह !!

Father + Mother Progeny = known as (Anuloma or Pratiloma –crossbreeding type)Brahman + Kshatriya =  Murdhabhisikta (Bhumihar)Brahman + Vaishya = Ambashta (Anuloma)Brahman + Shudra = Nishad (Parasava) (Anuloma)Kshatriya + Brahman = Suta (Pratiloma)Kshatriya + Vaishya =  KaranaKshatriya + Shudra = Ugra (Anuloma)Vaishya + Brahman = Vaidehaka (Pratiloma)Vaishyav Kshatriya = Magadha (Pratiloma)Vaishya + Shudra = Karana […]

जीवन का सम्बल !!

एक गाय को एक भूखा शेर दौड़ाने लगा..गाय भागते भागते एक नदी के किनारे दलदल में फस गइ. गाय के पीछे पीछे शेर भी वही दलदल में फस गया ! :दोनो में बस दो फीट की दुरीयाँ थी … लाख कोशिश के बावजुददोनो निकल नही पाये। शेर ने आखीर में कहा ….जैसे ही ये कीचड […]